जोधपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

जोधपुर व आस– पास के ग्रामीण क्षेत्र में पानी को लेकर शटडाउन नहीं किया जाएगा। क्योंकि 68 दिन के क्लोजर के बाद पानी जोधपुर पहुंच गया है। ऐसे में अब जोधपुर के तखतसागर व कायलाना में पर्याप्त पानी है। पंजाब से होता हुआ पानी शुक्रवार सुबह जोधपुर पहुंचा। इस दौरान जलदाय विभाग के अधिकारियों ने पूजा कर स्वागत किया। पंजाब से राेजाना 200 किलोमीटर से अधिक का सफर तय कर 8 दिन में जोधपुर पानी पहुंचेगा।

बता दे कि पंजाब में इंदिरा गांधी लिफ्ट केनाल के रखरखाव के लिए हर वर्ष 60 दिन का क्लोजर लिया जाता है। इस बार यह क्लोजर 68 दिन का रहा। इसके बावजूद शहर में पर्याप्त पानी रहा। चीफ इंजीनियर नीरज माथुर ने बताया कि राज्य सरकार ने पंजाब सरकार से बात कर ऐक्सट्रा पानी क्लोजर से पहले ही दिलवा दिया।

साथ ही मौसम की भी इस बार बड़ी भागिदारी रही जिससे 60 दिन से 8 दिन बढ़ जाने पर भी शहर में पानी की समस्या नहीं आई। आज पानी की आवक शुरू हो चुकी है लेकिन 15 दिन का पानी स्टाॅक में है। उन्होंने बताया कि पुराने अनुभवों को लेकर इस बार वाटर मैनेजमेंट अच्छे से किया, ऐसे में दिक्कत नहीं आई। साथ ही उन्होंने कहा कि अब पर्याप्त पानी होने से शटडाउन नहीं लिया जाएगा।

हाथी नहर पर नए पानी के स्वागत व पूजा करने के लिए जलदाय विभाग के अधिकारी चीफ इंजीनियर नीरज माथुर, एडिशनल चीफ इंजीनियर नक्षत्र चारण, प्रोजेक्ट सर्किल एससी छंगानी, सिटी सर्किल एससी जगदीश चंद्र व्यास, श्याम सिंह राजीव गांधी लिफ्ट कैनाल के एक्सईएन कमलेश सैनी सहित जलदाय विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

राजीव गांधी लिफ्ट कैनाल के थर्ड फेज से मिलेगी राहत

राजीव गांधी लिफ्ट कैनाल का थर्ड फेज का काम स्पीड से चल रहा है। इसमें पाइप के माध्यम से पानी सप्लाई होगी। इस फेज का काम पूरा होने के बाद जोधपुर को एक्स्ट्रा पानी मिलेगा। जिससे क्लोजर के दिनों में कोई समस्या नहीं होगी।

1 मई से बंद हो गया था पानी

  • 5000 क्यूसेक पानी प्रतिदिन पंजाब से इंदिरा गांधी नहर में छोड़ा जा रहा था।
  • 1 मई के बाद यह पानी पंजाब से मिलना बिल्कुल बंद हो गया।
  • 20-25 दिन तक नहर में स्टोर किए हुए पानी से ही काम चला।
  • 22 मई के बाद जोधपुर शहर के वाटर स्टोरेज से सप्लाई शुरू की।
  • 15 दिन का पानी कायलाना तखत सागर में स्टोर किया था।
  • 1 जून के बाद फिर से नहर बंदी खुलनी थी और पंजाब से पानी जोधपुर पहुंचना था।
  • 8 दिन देर से पहुंचा पानी।
  • 14 एमसीएफटी पानी रोज जोधपुर पहुंचेगा।
  • नहरबंदी की समय जोधपुर में 360 एमसीएफटी पानी था।
  • अभी 215 एमसीएफटी पानी तखतसागर व कायलाना में मौजूद है।