जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

पुलिस मुख्यालय ने अपराधियों पर लगाम कसने के उद्देश्य से प्रदेशभर में एक साथ विशेष अभियान चलाकर 35 हजार से ज्यादा बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई की तो अपराध के आंकड़ों में गिरावट आ गई, लेकिन दूसरी तरफ चिंताजनक स्थिति यह है कि झगड़ों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस साल मई माह तक प्रदेश में हत्या के प्रयास के मामलों में 2.5 व अपहरण के मामलों में 6.5 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। अपहरण के ज्यादातर मामले झूठे पाए जा रहे हैं।

ऐसे में पुलिस ने उनकी जांच करके एफआर लगा दी। इसके अलावा प्रदेश में सायबर क्राइम के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। हालांकि राजस्थान एसओजी व पुलिस मुख्यालय की क्राइम ब्रांच ने पिछले दिनों कार्रवाई करके करीब 40 से ज्यादा ठगों को पकड़ा है। महिला अत्याचार के मामलों में प्रभावी मॉनिटरिंग के कारण अनुसंधान के समय में कमी आई है। हाल ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गृह विभाग की समीक्षा बैठक में कहा था कि घर के झगड़े, परिवार की तरक्की और बाहर के झगड़ों की वजह से प्रदेश का विकास रुकता है। उन्होंने प्रदेश में बढ़ रहे आपसी झगड़ों पर चिंता व्यक्त की थी।

इस साल पुलिस एक्ट में की जा रही कार्रवाई में भी 13.66 प्रतिशत वृद्धि हुई है। सबसे ज्यादा आर्म्स एक्ट में 26.31 प्रतिशत, एनडीपीएस एक्ट में 14.73 प्रतिशत व आबकारी एक्ट में 9.30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

71 बदमाशों के खिलाफ राजपासा पेश, 580 की खुली हिस्ट्रीशीट

  • राजस्थान पुलिस ने पाकिस्तान से तस्करी हुई 57 किलो हेरोइन व 17 किलो स्मैक जब्त कर तस्करों के गिरोह का खुलासा किया। मादक पदार्थ तस्करी के संबंध में 2189 प्रकरण दर्ज करके 2523 आरोपी पकड़े।
  • खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 1423 प्रकरण दर्ज करके 1421 आरोपियों को पकड़ा। इस कार्रवाई में 16860 टन बजरी व 1577 वाहन जब्त किए।
  • प्रदेश में 11864 हिस्ट्रीशीटर हैं। इनमें 580 नए बदमाशों की हिस्ट्रीशीट खोली गई है। ऑपरेशन वज्र प्रहार के दौरान पुलिस ने 5030 हिस्ट्रीशीटरों की संपत्ति का रिकॉर्ड इकट्ठा करके 213 की संबंधित विभागों को भेज दी गई।
  • 960 एचएस को गिरफ्तार कर लिया। 8040 एचएस को पाबंद कर दिया।
  • वर्ष 2023 में अब तक राजस्थान पुलिस ने 71 बदमाशों के खिलाफ राजपासा में इस्तगासा पेश कर दिया।

सायबर क्राइम : प्रदेश में 16549 सायबर क्राइम की शिकायतें मिली हैं। उनमें से 518 शिकायतों पर एफआईआर दर्ज की गई। उनमें 62.70 करोड़ रुपए की ठगी हुई है।
प्रदेश में लगातार पनप रहे सायबर ठगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस मुख्यालय स्तर पर अन्य राज्यों से संपर्क किया जा रहा है।

गैंगस्टर्स व बदमाशों के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई की तो इनकी गतिविधियों पर रोक लगी और अपराध में कमी आने के साथ-साथ सभी बदमाश पुलिस की निगरानी में आ गए। इस तरह के अभियान आगे भी चलाकर मुख्यालय स्तर से प्रभारी मॉनिटरिंग की जाएगी।
-उमेश मिश्रा, डीजीपी राजस्थान