जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पद से हटने के तीन माह बाद सतीश पूनियां ने एक किताब प्रकाशित कराई है। जिसमें खुद के सवा तीन साल की वर्किंग का लेखा-जाेखा रखा है। इसका टाइटल भाजपा राजस्थान के 3 वर्ष; ‘संगठन, सेवा और संघर्ष’ का नाम दिया गया है। ये पुस्तिका नेताओं और कार्यकर्ताओं काे पहुंचाई जा रही है।
उधर भाजपा में अंदरूनी रूप से इस किताब की चर्चा शुरू हाे गई है कि आखिर चुनावी साल में पद से हटने के बाद इस तरह की बुकलेट जारी करने के मायने क्या हैं। क्या इसमें दर्द छिपा है? बताया जा रहा है कि इसकी काॅपी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, सभी केन्द्रीय मंत्री, भाजपा के सभी केन्द्रीय पदाधिकारियों, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों, सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों, सभी लोकसभा व राज्यसभा सांसद व विधायकाें काे भिजपाई जाएगी।
क्या है इसमें : पूनियां ने इस किताब में बताया है कि 14 सितंबर 2019 में प्रदेशाध्यक्ष पद का दायित्व मिला और संपूर्ण समय भाजपा के संगठन काे मजबूत करने और माेदी सरकार की याेजनाएं खुद और कार्यकर्ताओं के जरिए पहुंचाने में समय गुजारा। एक तरह से पूनियां ने अपना रिपाेर्ट कार्ड भी तैयार करके दिया है। जिसमें प्रदेश की 3.5 लाख किलोमीटर की यात्रा का लेखा-जाेखा, 33 जिलों में जिला स्तर पर 250 बार प्रवास, 190 विधानसभा सीटों के कई प्रवास शामिल है। साथ ही उनके कार्यकाल में 352 में से 143 प्रधान बनाए, 33 में से 19 जिला प्रमुख बनाए, कुल 1014 में से 505 जिला परिषद सदस्य बनाए, कुल 6993 में से 2863 पंचायत समिति सदस्य बने। 10 नगर निगम से 5 में महापौर के बनाएं। प्रदेश के 11316 में 4541 सरंपच पार्टी के विचार के बनाए गए है।
ये कामकाज प्रेरणा बनेंगे, हाैंसला बढ़ेगा
मेरा मानना है कि इस बुकलेट से पुराने कार्यकर्ताओं का पार्टी में काम के प्रति हाैंसला बढ़ेगा, जबकि नए कार्यकर्ताओं काे प्रेरणा मिलेगी। कार्यकर्ताओं के संग हम सभी ने मिलकर जाे मेहनत की थी और जाे उपलब्धियां हासिल की थीं, इस किताब में सिर्फ उसे दाेहराने का काम किया है। -सतीश पूनियां, उपनेता प्रतिपक्ष
काेराेना में पीएम केयर फंड में 49 कराेड़ रु.
बुकलेट में बताया गया है कि काेराेनाकाल में प्रदेश में भाेजन वितरण के एक करोड़ 90 लाख सूखा राशन पैकेट वितरण कराए। करीब 57 लाख फेस मास्क के वितरण के अलावा 11736 रक्तदान शिविर और पीएम केयर्स फंड में सहायता के करीब 49 करोड़, 10 लाख, रुपए दिए गए।
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