राज्य में 15 नए जिले बनने के बाद अब इनमें नए जिला अस्पताल (डिस्ट्रिक हॉस्पिटल) खोलने की तैयारी शुरू हो गई। इन जिलों में इसके लिए इंफ्रास्ट्रक्चर डवलप करने और प्रशासनिक ढ़ाचे को मजबूत करने नोडल ऑफिसर नियुक्त किए है। इन नोडल ऑफिसरों का काम यहां मेडिकल फैसेलिटी के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत और उसे विकसित करने तथा जरूरी स्टाफ की नियुक्ति की कार्ययोजना तैयार करना रहेगा।
अतिरिक्त मुख्य सचिव की ओर से जारी आदेशों के मुताबिक नए बने 15 जिलों में नोडल ऑफिसर के तौर पर उन जिलों के जिला सीएमएचओ को नियुक्त किया है। वहीं स्टेट लेवल पर इन नोडल ऑफिसर से कॉर्डिनेशन के लिए दो स्टेट नोडल ऑफिसर नियुक्त किए गए है। इसमें विजय सिंह और डॉ. सुनील परमार है। विजय सिंह का काम जिले के कलेक्टरों से कॉर्डिनेशन करते हुए हॉस्पिटल, सीएमएचओ, ड्रग स्टोर आदि के लिए जमीन आवंटन और अन्य प्रशासनिक स्तर पर काम करवाना रहेगा। जबकि डॉ. पारासर का काम मेडिकल हेल्थ डिपार्टमेंट की कार्ययोजनाओं को इन जिलों में क्रियान्वयन करवाकर उनकी मॉनिटरिंग करना रहेगा।
ये काम करवाए जाएंगे
- इन नोडल ऑफिसर की ओर से हर जिले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का ऑफिस खोलने के लिए जमीन चिह्नित करने और आवंटन करवाने के बाद वहां भवन बनाने। इसके लिए हर जिले में कम से कम 2 हजार वर्गमीटर जमीन की जरूरत होगी।
- तीन संभाग (पाली, सीकर, बांसवाड़ा) में नए ज्वाइंट डायरेक्टर स्तर के ऑफिस खोलना। इन ऑफिसों में पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था करना।
- जिलों में डिस्ट्रिक लेवल का हॉस्पिटल खोलने के लिए 4 हजार वर्गमीटर जमीन का चिह्निकरण करके उसके आवंटन की प्रक्रिया करवाना।
- हॉस्पिटल में नियुक्त होने वाले डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, नर्सिंग स्टाफ आदि के ऑफिसों के लिए बिल्डिंग और रहने के लिए आवास का निर्माण करवाना।
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