जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।

राजस्थान में अब सभी कैटेगरी के कंज्यूमर्स को 100 यूनिट तक बिजली फ्री मिलेगी। किसी भी कंज्यूमर को पहले 100 यूनिट तक बिजली खर्च करने पर कोई बिल नहीं आएगा। इसके अलावा 200 यूनिट तक बिजली पर किसी तरह का सरचार्ज, परमानेंट चार्ज, इलेक्ट्रिसिटी फीस नहीं देनी होगी। सीएम अशोक गहलोत ने बुधवार देर रात इसकी घोषणा की है।

कॉमर्शियल कनेक्शन वालों को भी मुफ्त बिजली

अब तक केवल घरेलू कंज्यूमर्स को ही 100 यूनिट फ्री बिजली मिलती थी। अब हर कैटेगरी के कंज्यूमर्स को इसका फायदा मिलेगा। आपका कॉमर्शियल कनेक्शन है तो भी 100 यूनिट बिजली फ्री मिलेगी। 100 यूनिट प्रतिमाह से ज्यादा उपभोग करने वाले वर्ग के परिवारों को भी पहले 100 यूनिट बिजली फ्री दी जाएगी यानी कितना भी बिल क्यों ना आए, पहले 100 यूनिट का कोई भी विद्युत शुल्क नहीं देना होगा। 200 यूनिट प्रतिमाह तक बिजली उपभोग करने वाले उपभोक्ताओं को पहले 100 यूनिट बिजली फ्री के साथ 200 यूनिट तक के स्थायी शुल्क, फ्यूल सरचार्ज और तमाम अन्य शुल्क माफ होंगे। इनका भुगतान राज्य सरकार करेगी।

इस तरह की जाती है बिजली बिल की गणना…

50 यूनिट तक 4.75 रुपए प्रति यूनिट। 51 से 100 यूनिट तक 6.50 रुपए प्रति यूनिट। 151 से 300 यूनिट तक 7.35 रुपए प्रति यूनिट। 301 से 500 यूनिट तक 7.65 रुपए प्रति यूनिट। 501 या उससे ज्यादा यूनिट पर 7.95 रुपए प्रति यूनिट। 300 यूनिट तक बिजली की खपत होने पर फिक्स चार्ज 275 रुपए लगता है। 301 से 500 यूनिट तक की खपत होने पर फिक्स चार्ज 345 रुपए वसूला जाता है। शहरी उपभोक्ताओं से 15 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से अरबन सेस लगाया जाता है। सभी उपभोक्ताओं से 40 पैसे प्रति यूनिट की दर से इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी लगाई जाती है।

सियासी समीकरण साधने की कोशिश

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सियासी समीकरण साधने के लिए अब सरकारी योजनाओं को टूल बनाने की रणनीति बना ली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अजमेर रैली और सचिन पायलट का तीन मांगों पर अल्टीमेटम खत्म होने के बाद गहलोत ने बड़ी घोषणा करके दोनों से ध्यान हटाने की कोशिश की है।

फ्री स्कीम्स की पीएम ने की थी आलोचना

गहलोत ने इस बार बजट में कई लोकलुभावन घोषणाएं कीं। नए जिलों की घोषणा से लेकर किसानों को मुफ्त बिजली और महिलाओं को स्मार्ट फोन सहित दर्जन भर फ्री वाली स्कीम्स शुरू की हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने गहलोत सरकार की फ्री की स्कीम्स की बुधवार को आलोचना की थी।

राज्य सरकार ने घोषणा की है कि राजस्थान में जून से शहरी क्षेत्रों के घरेलू उपभोक्ताओं को 100 यूनिट फ्री बिजली मिलेगी। सरकार ने स्कीम तो लागू कर दी, लेकिन आपकी किस्मत खराब हुई तो 90 यूनिट बिजली खपत पर भी आपको पैसे चुकाने पड़ सकते हैं।

बिजली बिल के किस्मत कनेक्शन को इस तरह समझ सकते हैं कि सरकार ने जो 100 यूनिट बिजली फ्री का प्रावधान किया है वो एक माह के बिजली के बिल पर लागू होगा, लेकिन कई बार बिजली की रीडिंग 30 दिन या उससे ज्यादा यानी 33 दिन में भी होती है।

ऐसी स्थिति में भी उपभोक्ताओं को नुकसान होता है। मान लीजिए किसी व्यक्ति के 30 दिन में 90 यूनिट बिजली की खपत हुई, लेकिन मीटर रीडिंग 2 या 3 दिन बाद हुई और तब तक 100 यूनिट से ज्यादा खपत हो गई तो ‘100 यूनिट तक फ्री बिजली’ स्कीम का फायदा नहीं मिलेगा।

इसके अलावा एक्सपट्‌र्स का ये भी मानना है कि गर्मी के बजाय सर्दियों में 100 यूनिट फ्री बिजली का फायदा ज्यादा उपभोक्ताओं को मिलेगा। गर्मियों के सीजन में यानी मार्च से नवंबर तक एक घर में रोज 4 यूनिट बिजली की खपत होना सामान्य बात है।

वहीं बिजली कंपनियों की एक रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर-जनवरी में प्रदेशभर में करीब 1.04 करोड़ घरेलू उपभोक्ताओं की महीने की बिजली खपत 100 यूनिट या इससे कम होती है।