राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की वर्ष 2023 की माध्यमिक, माध्यमिक व्यावसायिक शिक्षा, प्रवेशिका परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया गया। इस साल का रिजल्ट 90.49 प्रतिशत रहा है, यह पिछले साल से करीब 7.6 प्रतिशत ज्यादा है। इस साल भी छात्राओं ने बाजी मारी है और उनका रिजल्ट 91.3 प्रतिशत रहा। वहीं, छात्रों का रिजल्ट 89.78 रहा है। करौली जिले के हिंडौनसिटी के कांचरोली के सेंट फ्रांसिस सेकेंडरी स्कूल के छात्र लक्ष्य चतुर्वेदी ने 99.50 प्रतिशत अंक हासिल कर संभवत: प्रदेश में टॉप किया है।
इसी तरह झुंझुनूं की दीक्षा चौधरी और जयपुर की गौरांगी यादव ने 99% अंक हासिल किए हैं। जिलेवार प्रदर्शन के अनुसार झुंझुनूं पहले नंबर पर जबकि कोटा सबसे पिछड़ा जिला रहा है। यह परिणाम बोर्ड की वेबसाइट www.rajeduboard.rajasthan.gov.in पर उपलब्ध है। वहीं, बोर्ड की तरफ से अभी टॉपर्स की लिस्ट जारी नहीं की गई है।
करौली के लक्ष्य के 600 में से 597 नंबर, झुंझुनूं की दीक्षा के 594 नंबर
जिलेवार परीक्षा परिणाम देखा जाए तो 95.70 प्रतिशत के साथ झुंझुनूं पहले नंबर पर रहा है। जबकि सबसे पिछड़ा जिला कोटा रहा। यहां 10वीं बोर्ड का रिजल्ट 79.48 प्रतिशत आया।
600 में से 597 नंबर लाने वाले करौली के लक्ष्य के पिता पवन चतुर्वेदी व्यवसायी हैं और मां व्याख्याता है। लक्ष्य अब आईएएस बनकर प्रशासनिक सेवा में जाना चाहता है।
वहीं, झुंझुनूं के नवलगढ़ क्षेत्र के बलवंतपुरा फाटक पर स्थित सरस्वती स्कूल की छात्रा दीक्षा के 600 में से 594 अंक आए हैं। दीक्षा ने हिन्दी में 99, अंग्रेजी में 96, साइंस में 100, सामाजिक ज्ञान में 99, गणित में 100 व संस्कृत में 100 अंक प्राप्त किए हैं। दीक्षा चौधरी के पिता विनोद चौधरी खेती-बाड़ी करते हैं। मां सुनीता देवी गृहिणी हैं।
3351 छात्र-छात्राओं के सप्लीमेंट्री आई
जयपुर के शिक्षा संकुल में रिजल्ट जारी करने के शिक्षा मंत्री ने सभी छात्रों को बधाई दी है। इस साल माध्यमिक व व्यावसायिक शिक्षा परीक्षा के लिए 10 लाख 66 हजार 300 तथा प्रवेशिका परीक्षा के लिए 7134 परीक्षार्थी पंजीकृत किए गए थे।
इसमें से कुल 9 लाख 41 हजार 857 स्टूडेंट पास हुए हैं। इनमें 4 लाख 21 हजार 682 स्टूडेंट फर्स्ट डिवीजन, 3 लाख 77 हजार 251 स्टूडेंट सेकेंड डिवीजन और 1 लाख 42 हजार 887 स्टूडेंट थर्ड डिवीजन पास हुए। 3351 छात्र-छात्राओं के सप्लीमेंट्री आई है।
एक भी सब्जेक्ट का रिजल्ट 100 प्रतिशत नहीं
सब्जेक्ट अनुसार रिजल्ट देखें तो किसी का भी रिजल्ट 100 प्रतिशत नहीं रहा। हिंदी का परिणाम 97.58 प्रतिशत रहा। इसी तरह अंग्रेजी 96.66, साइंस 93.95, सामाजिक विज्ञान 96.27, गणित 95.00 और संस्कृत का 97.72 प्रतिशत रहा। इसके अलावा अन्य सब्जेक्ट का रिजल्ट भी शत प्रतिशत नहीं था।
पिछले साल ये रहा था 10वीं का रिजल्ट
साल 2022 में 10वीं परीक्षा के लिए कुल 10 लाख 92 हजार 524 परीक्षार्थी रजिस्टर्ड किए गए थे। इनमें से 10 लाख 59 हजार 272 स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी थी। कुल 8 लाख 77 हजार 848 स्टूडेंट्स पास हुए थे। कुल रिजल्ट 82.89 प्रतिशत रहा। रेगुलर स्टूडेंट्स का रिजल्ट 82.95 प्रतिशत रहा, जबकि प्राइवेट का 31.13 प्रतिशत रहा। लड़कियों का पासिंग प्रतिशत 84.38 रहा, जबकि लड़कों का पासिंग प्रतिशत 81.62 था।
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