कोटा ब्यूरो रिपोर्ट।   

बीजेपी विधायक मदन दिलावर ने यूडीएच मंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि यूडीएच मंत्री ने जयपुर में कोटा के रहने वाले एक शख्स को बेशकीमती जमीन गलत तरीके से आवंटित कर दी। दिलावर ने यहां तक कहा कि मंत्री पद पर होने की वजह से धारीवाल के सामने कोई कुछ नहीं कहता लेकिन जब मंत्री पद नहीं रहेगा तो उनके भ्रष्टाचार के सभी मामले सामने आएंगे और वह आजीवन जेल में रहेंगे।

मदन दिलावर ने आरोप लगाया कि सांगानेर प्रतापनगर में कोटा के अश्विन की संस्था आरजी मेमोरियल एजुकेशनल सोसायटी को 2377.36 वर्ग मीटर जमीन दी है। जिसकी कीमत पैतालिंस करोड रूपए है लेकिन यह केवल 6 करोड़ 18 लाख रूपए में आंवटित कर दी। जमीन आवंटन में बताया कि संस्था का उददेश्य कौशल विकास एवं शिक्षा के क्षेत्र में काम करने का बताया गया था। दिलावर का आरोप है कि वहां पर बंगला खड़ा कर दिया लेकिन वहां किसी तरह से कोई संस्था नही चल रही है। दिलावर ने कहा कि इस जमीन को पहले अलग संस्था में रजिस्ट्रेशन कराकर आवंटन कराने की कोशिश की लेकिन वो पॉलिसी के नियमों में नहीं आ रही थी। फिर इसे बदलकर कौशल विकास में लगाकर आवंटन करा लिया।

इस जमीन के आवंटन के लिए 12 मार्च 2020 को आवेदन किया गया था जिसके लिए सभी अधिकारियों को एक ही जगह बुलाकर एक ही साथ हस्ताक्षर करवाए गए। 13 मई को इस फाइल पर यूडीएच मंत्री धारीवाल ने नोट अलाउ लिखा। लेकिन एक महीने बाद ही 12 जून को जमीन को आवंटित कर दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले फाइल को रिजेक्ट किया जाता है और बाद में जमीन आवंटित कर दी जाती है। इसके पीछे क्या मकसद है। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण की जांच की जानी चाहिए जिससे कि सारी हकीकत सामने आ जाएगी।