जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
नवजीवन क्रेडिट कॉ-ऑपरेटिव सोसायटी से धोखाधडी करने वालों पर एसओजी ने शिकंजा सकना शुरू कर दिया हैं। एसओजी ने पिछले एक सप्ताह में आज तीसरी गिरफ्तारी की हैं। एसओजी ने आज एक चार्टर्ड एकाउन्टेंट गिरफ्तार वर्ष 2019 में दर्ज मुकदमे में आरोपी मानते हुए गिरफ्तार किया हैं। एसओजी के अधिकारियों ने बताया कि नवजीवन क्रेडिट कॉ-ऑपरेटिव सोसायटी से सुनियोजित तरिके से धोखाधडी कर पैसा लेने वालों के खिलाफ एसओजी की टीम ने 27 मई 2023 को चार्टेट एकाउन्टेंट कनिष सिंघल पुत्र नारायणदास निवासी बाडमेर को इस केस में दोषी मानते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोटा एसओजी ने गिरफ्तार किया।
कनिष सिंघल ने चार्टर्ड एकाउन्टेंट रहते हुये नवजीवन क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटी की आडिट वर्ष 2012 से 2017 तक रहा । नवजीवन के कूटरचित बुक्स ऑफ एकाउन्टस को वैरीफाईड किया, जिससे जनता को कम्पनी की सही वित्तीय स्थिति पता नहीं चली इस प्रकार कनिष सिंघल, जिसका कार्य व्हीसल ब्लोअर का था, कि जगह स्वयं ही आरोपीयों के साथ आपराधिक भागीदार बन गया । पूर्व में रिमाण्ड पर चल रही रेशम कंवर से अनुसंधान के दौरान यह तथ्य उजागर हुआ कि रेशम कंवर के बुक्स ऑफ एकाउन्टस से करोडो रूपये की नवजीवन से धोखाधडी उजागर हुई है। पूर्व में रिमाण्ड पर चल रहे खुमान सिंह के सम्बंध में यह तथ्य उजागर हुआ कि वह नवजीवन के 40 से अधिक खातों में Signatory Authority पाया गया। सभी आरोपियों से निरंतर पूछताछ की जा रही हैं।गौरतलब है कि नवजीवन क्रेडिट कॉ-ऑपरेटिव सोसायटी के 1,93,821 निवेशकों के 400 करोड रूपयों का फण्ड डाईवर्जन संचालकों द्वारा अपने लाभ के उद्देश्य से अपने परिचितों, रिश्तेदारों व उनकी कम्पनीयों में किया है।
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