बारां में सामूहिक विवाह सम्मेलन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पहुंचने पर सांगोद से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक व पूर्व मंत्री रहे भरत सिंह कुंदनपुर ने तंज कसा है। उन्होंने सीएम को लिखे लेटर में लिखा कि भ्रष्टाचार की 'गंगा' की खोज करते करते मुख्यमंत्री आखिर 'गंगोत्री' पहुंच गए। भरत सिंह ने लिखा कि बारां में भाया द्वारा आयोजित महाकुंभ में जाकर आपने यह साबित कर दिया कि ईमानदारी की दुहाई देने वाला प्रदेश का मुख्यमंत्री स्वयं खुलेआम भ्रष्टाचार को आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
उन्होंने ने लिखा- साल 2019 -20 में कांग्रेस सरकार का पहला बजट पेश करते समय आप ने प्रश्न किया था, कि प्रदेश में भ्रष्टाचार की गंगा किसने बहाई। बजट भाषण के पृष्ठ 20 पैरा 81 में आपने यह कहा था कि भ्रष्टाचार की बहती गंगा में ईमानदार लोग भी भ्रष्ट हो गए हैं। आपने सोच समझकर अपने मन की बात कही थी। बाबू के सिद्धांतों पर अमल करते हुए उनके सपनों को साकार करने की बात भी उनकी 150 वीं जयंती पर अपने बजट भाषण में करी थी।
उन्होंने बिना नाम लिए खनन व गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया पर भी तंज कसते हुए लिखा, कि गजब है भाया व भाया की यह माया। भाया ने इतिहास रच डाला। जैन तीर्थ बनाया, सर्व जातीय निशुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन रच दिया। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होगा बारां का निशुल्क विवाह सम्मेलन। धन्य है श्री महावीर गौशाला सेवा संस्थान, धन है प्रदेश का गोपालन मंत्री, धन्य प्रदेश के मुख्यमंत्री। भाया रे भाया तूने खूब खाया।
लेटर में उन्होंने संत कबीर की पंक्तियां भी लिखी। उन्होंने ने लिखा - संत कबीर ने सही कहा है कि-
'आंधी व रूखी भली,सारी तो संताप, जो खावेगा चुपड़ी, बहुत करेगा पाप'।
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