अजमेर ब्यूरो रिपोर्ट।  

विश्व विख्यात ब्रह्मा मंदिर में जल्द ही श्रद्धालु लिफ्ट की सहायता से ब्रह्माजी के दर्शन करने का लाभ उठाएंगे। मंदिर में लगने वाली आधुनिक तकनीक की दो लिफ्ट का शिलान्यास आज सोमवार की अभिजीत मुहूर्त में निबांर्क पीठाधीश्वर श्यामशरण देवाचार्य श्रीजी महाराज ने किया। लिफ्ट निर्माण प्रोजेक्ट में एमपी मानसिंगका चैरिटीज मुंबई की ओर से एक करोड़ से अधिक का खर्चा वहन किया गया।

शिलान्यास के साथ ही सोमवार से लिफ्ट लगाने का कार्य शुरू हो गया। जो 6 महीने में पूरा तैयार हो जाएगा। चैरिटीज के वयोवृद्ध अध्यक्ष महावीर प्रसाद मानसिंगका ने बताया कि ब्रह्मा मंदिर के पीछे स्थित गौशाला गेट के पास दो आधुनिक तकनीक की लिफ्ट लगाई जाएगी। बिजली बंद होने के बावजूद यात्री रास्ते में नहीं अटक सकेंगे। लिफ्ट का ना केवल दिव्यांग व वृद्धजन बल्कि सभी यात्री निशुल्क उपयोग कर सकेंगे।

इसको लेकर उन्होंने बताया कि लिफ्ट का शिलान्यास दोपहर में निकार्यक्रम की अध्यक्षता राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने की। जिला कलक्टर डा. भारती दीक्षित, सांसद भागीरथ चौधरी, विधायक सुरेश सिंह रावत, पालिकाध्यक्ष कमल पाठक,पीसीसी उपाध्यक्ष नसीम अख्तर, पूर्व विधायक गोपाल बाहेती, उपखंड अधिकारी निखिल कुमार पोद्दार आदि विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की।

कई लोग रह गए दर्शनों से वंचित
विश्व विख्यात ब्रह्मा मंदिर में पहुंचने के लिए सीढ़ियां अधिक होने व लिफ्ट की सुविधा नहीं होने के कारण पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्र सहित कई वृद्ध वीवीआईपी ब्रह्माजी के दर्शन से वंचित रह चुके हैं। मंदिर में कई वर्षो से लिफ्ट लगाने की मांग उठती आ रही है। लेकिन मंदिर पुरातत्व विभाग के अधीन होने के कारण लिफ्ट की स्वीकृति नहीं मिली थी। वहीं अब पुरातत्व विभाग ने सशर्त लिफ्ट लगाने की अनुमति दे दी। अब लिफ्ट लगने के बाद वीआईपी के साथ-साथ वृद्धजन व दिव्यांगजन ब्रह्माजी के दर्शन आसानी कर सकेंगे।

एक मिनट में 100 श्रद्धालु आ-जा सकेंगे
उन्होंने बताया कि दोनों लिफ्ट में एक मिनट में 100 श्रद्धालु मंदिर के दर्शन के लिए आ जा सकेंगे। लिफ्ट से चढ़ने तथा उतरने के लिए 'वन-वे की व्यवस्था रहेगी। लिफ्ट से मंदिर तक पहुंचने और फिर नीचे उतरने के लिए दो अलग-अलग रास्तें होंगे। लिफ्ट परिसर में महिला- पुरुष के लिए अलग-अलग वॉश रूम का भी निर्माण किया जाएगा।