जोधपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

जोधपुर में आसमान से आफत का पानी बरस रहा है। तो घरों में नल सूखे पड़े हैं। नहरबंदी के कारण शहर के कई इलाकों में पानी की भारी किल्लत हो गई है। रविवार को शहर के नजदीकी गांव खोखरिया की करीब 50 महिलाएं दोपहर 12 बजे के करीब जोधपुर-जयपुर हाईवे पर आ गईं और पत्थर डालकर हाईवे जाम कर दिया।

करीब डेढ़ घंटे तक महिलाएं सड़क पर बैठी रहीं और 'जिला प्रशासन हाय - हाय, पानी हमारा अधिकार' के नारे लगाती रहीं। महिलाएं वाहन चालकों से भी उलझ पड़ीं। बनाड़ थाना पुलिस के पुरुष कर्मी मौके पर पहुंचे और महिलाओं से समझाइश करने लगे। लेकिन महिलाएं हाईवे से नहीं हटीं।

पंजाब से 30 मई को पानी छोड़ा जाएगा जो 7 जून तक जोधपुर पहुंचेगा। फिलहाल कई इलाकों में पानी 3 से 4 दिन में एक बार आ रहा है। कई गलियों में पानी की लाइन का कनेक्शन नहीं हैं। वहां टैंकर से पानी सप्लाई होता है। महिलाएं करीब एक घंटे 1.30 बजे तक धरना देकर बैठी रहीं, इतनी देर वाहन चालक सिंगल लेन से निकले। बड़े वाहन खड़े रहे।

दोपहर 1.30 बजे के करीब महिलाओं की पुलिसकर्मियों से तीखी नोक-झोंक हो गई। इसके बाद एक पुलिसकर्मी ने आंदोलन कर रही महिला पर लाठियां बरसा दीं। वहीं खड़ी एक महिला ने पुलिस की इस हरकत का वीडियो बना लिया। महिलाओं का कहना था कि पानी की मांग करती महिला पर पुरुष पुलिसकर्मी लाठी कैसे बरसा सकता है।

खोखरिया इलाके में है पानी की किल्लत

जोधपुर में नहरबंदी चल रही है। नहर की मरम्मत के चलते पानी नहीं आ रहा है। नहर का पानी पंजाब से 8 जून तक पहुंचना है। बनाड़ थाना इलाके के खोखरिया गांव में महिलाओं को जल-संकट से रोजाना जूझना पड़ रहा है। कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने से महिलाओं का गुस्सा परवान चढ़ा। रविवार को महिलाएं सड़क पर उतर गईं।

जोधपुर शहर के ग्रामीण इलाकों में नहरबंदी के कारण पेयजल की सप्लाई बुरी तरह प्रभावित हुई है। गर्मी के कारण दूसरे स्रोतों से भी पानी की कम सप्लाई की जा रही है। उपलब्ध पानी में ही जोधपुर के कई इलाकों को 10 दिन और गुजारने होंगे। आंदोलन करने वाली महिलाओं ने कहा कि वे पिछले लंबे समय से पानी की समस्या से जूझ रही हैं। इसके लिए जिला कलेक्टर से लेकर जलदाय विभाग के अधिकारियों तक गुहार लगा चुके। हर बार आश्वासन मिलता है, कोई स्थायी समाधान नहीं किया जाता।

जोधपुर जिला पेयजल के लिए पंजाब के पानी पर बहुत निर्भर करता है। इंदिरा गांधी नहर जोधपुर शहर की लाइफ लाइन कही जाती है। जब नहर की मरम्मत का काम चलता है तो नहरबंदी कर दी जाती है। यह नहरबंदी कई दिनों तक चलती है। ऐसे में दूसरे संसाधनों से पानी की सप्लाई की जाती है जो पूरे जिले के लिए पर्याप्त नहीं है।

जोधपुर जिले में पेयजल के लिए फिलहाल इंदिरा गांधी नहर से पानी की आवक नहीं हो रही है। जो पानी स्टोरेज किया हुआ है उसी से ही काम चल रहा है। शहरी क्षेत्र में भी हफ्ते में एक दिन 24 घंटे का शटडाउन किया जा रहा है।

ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल सप्लाई 3 से 4 दिन के अंतराल में हो रही है। यह स्थिति 8 जून तक बनी रहेगी। नहर बंदी खुलने से इंदिरा गांधी नहर का पानी जोधपुर पहुंचेगा।

पुलिस और महिलाओं में झड़प

धरने पर बैठी महिलाओं को पुलिस ने लाठी से खदेड़ना शुरू किया तो महिलाएं गुस्सा हो गईं। कई महिलाओं ने पुलिसकर्मियों की लाठी पकड़ ली। तीखी नोक-झोंक के बाद पुलिस ने महिलाओं को वहां से खदेड़ दिया। पुलिस ने मौके से कुछ महिलाओं को हिरासत में भी लिया और उन्हें बनाड़ थाने ले गई। बाद में महिलाओं को छोड़ दिया गया।