जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

कालाडेरा थाना पुलिस ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी दस्तावेजों पर लोन देने वाले निलंबित बैंक मैनेजर को गिरफ्तार किया है। आरोपी बैंक मैनेजर ने बिचौलियों से मिलीभगत कर करीब 44 लोगों को बैंक से लोन स्वीकृत कर दिया, जिसमें करीब 5 करोड़ 42 लाख 45 हजार रुपए का लोन स्वीकृत कर भुगतान कर दिया गया है।

कालाडेरा थाना प्रभारी हरबेन्द्र सिंह ने बताया कि आरोपी कमलेश कुमार मीणा कालाडेरा इलाके के टांकरड़ा स्थित मरुधरा ग्रामीण बैंक में मैनेजर के पद पर कार्यरत था। उसने करीब 1 साल पहले करीब 44 लोगों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोन स्वीकृत कर भुगतान कर दिया। थाना प्रभारी ने बताया कि पीड़ित कमलेश कुमार गुप्ता पुत्र चंद्रभान गुप्ता निवासी गोपालपुरा बाईपास शिप्रा पथ हाल क्षेत्रीय प्रबंधक राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक ने उपस्थित होकर एक रिपोर्ट पेश कि मरुधरा ग्रामीण बैंक के पूर्व मैनेजर कमलेश कुमार मीणा ने 24 मई 2022 को मोना गर्ग पत्नी विशाल गर्ग निवासी सागर सिटी कचोलिया रोड चौमूं द्वारा व्यक्तिगत ऋण लेने के लिए आवेदन मय दस्तावेज पेश किए गए और बैंक में खाता खुलवाया गया। उसी दिन 24 मई 2022 को शाखा प्रबंधक कमलेश कुमार मीणा द्वारा द्वारा ऋण की राशि 12 लाख 70 हजार रुपए दे दी गई, जिसमें बैंक स्तर की जांच में पाया गया कि मोना गर्ग एवं अन्य के साथ मिलीभगत कर फर्जी तरीके से दस्तावेज तैयार कर बैंक को हानि पहुंचाने के लिए और स्वयं लोगों को फायदा पहुंचाने की नियत से ऋण की राशि स्वीकृत कर दी गई।

कालाडेरा पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच करते हुए बैंक से निलंबित पूर्व बैंक मैनेजर कमलेश कुमार मीणा (29) पुत्र नवरंगलाल मीणा निवासी बड़ीवाली ढाणी श्यामपुरा बस्सी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए आरोपी कमलेश कुमार मीणा मरुधरा ग्रामीण बैंक के निलंबित पूर्व मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। इस गिरोह में शामिल अन्य लोगों की भी पुलिस तलाश करने में जुटी हुई है। आरोपी बैंक मैनेजर को पहले बैंक शाखा से पहले ही निलंबित किया जा चुका है।