जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
प्रदेश में एक सप्ताह से चल रहे आंधी, तूफान व बारिश के दौर की वजह से जयपुर, जोधपुर, अजमेर वितरण निगम के साथ ही बिजली प्रसारण निगम का 100 करोड़ से ज्यादा का सिस्टम धराशायी हो गया है। इससे 500 से ज्यादा गांवों में बिजली सप्लाई बाधित है। बिजली लाइनें उखड़ गईं और पोल गिर गए। ट्रांसफार्मर डीपी से हट कर जमीन पर गिर गए।
सबसे ज्यादा नुकसान बारां, कोटा, झालावाड़ और पश्चिमी राजस्थान में हुआ है। प्रसारण निगम के भड़ला इलाके में हाइटेंशन लाइनों को ज्यादा नुकसान हुआ है। बिजली सप्लाई ठप होने की वजह से कर्मचारियों को जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ा। जनता का आरोप है कि पिछले पांच साल में मेंटेनेंस व नया सिस्टम के नाम पर फर्जीवाड़ा हुआ है। इसकी जांच हो। वहीं निगमों के इंजीनियरों व टेक्निकल कर्मचारियों की टीमें बिजली सप्लाई बहाल करने में जुटी हैं। जयपुर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक आरएन कुमावत भी तीन दिन तक फील्ड में रहे। अजमेर डिस्कॉम व जोधपुर डिस्कॉम के एमडी भी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
बिजली प्रसारण निगम के सीएमडी आशुतोष एटी पेडनेकर के आउट ऑफ स्टेशन होने के कारण तीन दिन में नुकसान का आंकलन भी नहीं किया गया। बिजली प्रसारण निगम के टेक्निकल डायरेक्टर नरेंद्र सुवालका का कहना है कि प्रसारण निगम के बिजली सिस्टम को नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। इसके लिए चीफ इंजीनियर (टीएंडसी) और चीफ इंजीनियर पीपीएम नुकसान के आंकलन को देख रहे हैं।
घटिया क्वालिटी व लापरवाही से गिरे प्रसारण निगम के टावर
बिजली प्रसारण निगम की 400 केवी भड़ला-जोधपुर-मेडता लाइन के तीन टावर क्षतिग्रस्त हुए हैं। वहीं, 220 केवी भीलवाड़ा-पाली लाइन की अर्थवायर क्षतिग्रस्त होने से बंद हो गई। अमरसागर से फलौदी की 220 केवी लाइन भी बंद है। इसके साथ ही जोधपुर के सूरपुरा के 400 केवी जीएसएस के 315 केवी ट्रांसफार्मर का जंपर टूट गया। इसका प्रसारण सिस्टम के घटिया क्वालिटी व लापरवाही कारण बताया जा रहा है।
अकेले जयपुर डिस्कॉम को 25 करोड़ का नुकसान
जयपुर डिस्कॉम के 12 जिलों में आंधी, तूफान व बारिश से 25 करोड़ का नुकसान हुआ। कई गांव में दो दिन से बिजली सप्लाई ठप है। आंधी से 920 किलोमीटर की 11 व 33 केवी की लाइनें टूट गई।
0 टिप्पणियाँ