जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

मानहानि केस में राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म किए जाने पर कांग्रेस ने बीजेपी को आड़े हाथों लिया है। कांग्रेस नेताओं ने इस मुद्दे पर आज जयपुर में राजभवन का घेराव रखा है। कांग्रेस नेता सिविल लाइंस फाटक पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। गहलोत सरकार के कई मंत्री और विधायक भी इस मुद्दे पर हो रहे प्रदर्शन में सड़कों पर उतरे हैं।

सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट में लिखा है- 'ये समझ के परे है कि भाजपा नीरव मोदी और ललित मोदी जैसे बेईमानों के समर्थन में क्यों खड़ी हो रही है? भाजपा को बताना चाहिए कि गरीबों के हक को लूटकर विदेश भागने वाले नीरव मोदी, ललित मोदी चोर नहीं हैं क्या?'

उन्होंने लिखा- राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म करना तानाशाही का एक और उदाहरण है। बीजेपी ये ना भूले कि यही तरीका उन्होंने इंदिरा गांधी के खिलाफ भी अपनाया था। मुंह की खानी पड़ी।

इधर, इस फैसले के विरोध में कांग्रेस नेताओं ने सिविल लाइंस फाटक पर विरोध प्रदर्शन किया। कई मंत्री और वरिष्ठ नेता इसमें शामिल हुए। कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर रंधावा, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, मंत्री बीडी कल्ला, प्रताप सिंह खाचरियावास, महेश जोशी, वरिष्ठ नेता रघु शर्मा सहित कई नेताओं ने सिविल लाइंस फाटक पर विरोध प्रदर्शन किया।


गहलोत बोले- राहुल गांधी देश की आवाज

गहलोत ने आगे लिखा- राहुल गांधी देश की आवाज हैं, जो इस तानाशाही के खिलाफ अब और मजबूत होगी। भारत जोड़ो यात्रा में राहुल जी ने महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और हिंसा का मुद्दा उठाया। इन पर ध्यान देने की जगह भाजपा सरकार राहुल जी के खिलाफ दमनकारी कदम उठा रही है।

सीएम गहलोत ने दिल्ली रवाना होने से पहले जयपुर में मीडिया से बातचीत में केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। गहलोत ने कहा कि पूरे देश में भय का माहौल बना रखा है।

ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स ज्यादती कर रहे हैं। चुनाव आयोग, न्यायपालिका तक दवाब में है। पूरे देश का मिजाज बता रहा कि सरकार की मंशा ठीक नहीं है। यह तानाशाही प्रवृत्ति है । संसद चल नहीं पा रही है, क्या एक सांसद बोल नहीं सकता ,जब वह सफाई देता है तो सत्तापक्ष वाले हंगामा करते हैं, यह देश में पहली बार हो रहा है।

गहलोत ने कहा- सत्ता पक्ष जब खुद ही पार्लियामेंट को डिस्टर्ब कर रहा है तो यहां कैसे डेमोक्रेसी रहेगी। जब से भारत जोड़ो यात्रा हुई है पूरे देश में महंगाई, बेरोजगारी का मैसेज गया। हिंसा मुक्त भारत, प्रेम-मोहब्बत और भाई-चारे से रहने का संदेश दिया। तब से सरकार घबराई हुई है। कोई न कोई बहाना करके यह प्रयास किया जा रहा है कि संसद के अंदर कांग्रेस और विपक्ष के लोग बोल नहीं पाए।

मेंबरशिप रद्द करने की इतनी क्या जल्दी थी
गहलोत ने कहा कि लोअर कोर्ट के फैसले के बाद आगे हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट है। इतनी क्या जल्दी थी कि आपने इस तरह का फैसला कर लिया। अचानक इतने बड़े नेता की लोकसभा मेंबरशिप खत्म कर दी, जिसका पूरे देश में एक मैसेज है , जिसके बड़ी संख्या में समर्थक हैं। लोग इन्हें बक्शने वाले नहीं है।

राहुल गांधी के परिवार ने बलिदान दिया
गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी देशभक्त हैं। जिसका पूरा खानदान आजादी की जंग में रहा हो। आनंद भवन देश को समर्पित कर दिया। जिसके पास खुद रहने को मकान नहीं हो। जिसकी दादी, पिता की हत्या हुई हो। मैं राहुल गांधी को करीब से जानता हूं। उनके मन में देश के कमजोर गरीब के प्रति तकलीफ का भाव है।

जनता तानाशाही को पसंद नहीं करती
सीएम ने कहा- केंद्र सरकार को यह भारी पड़ेगा। इंदिरा गांधी को भी इन लोगों ने तंग किया था। उन्हें संसद से निष्कासित कर दिया था। बाद में ऐसी आंधी चली कि इंदिरा गांधी भारी बहुमत से जीती। आज जो केंद्र कर रहा है। इस तानाशाही को जनता पसंद नहीं करेगी और 2024, के लोकसभा चुनावों में जनता इन्हें सबक सिखाएगी। हिंदू-मुस्लिम करके आपने दो चुनाव जीत लिए। अब जनता इसको लाइक नहीं करती। कुछ सीमा के बाद जनता मनमानी पसंद नहीं करती। इंदिरा गांधी जैसी नेता चुनाव हार गई थी।

मोदी सलाहकारों के चक्कर में नहीं आएं

गहलोत ने कहा- मोदी को चाहिए कि वह सलाहकारों के चक्कर में नहीं आएं। आज देश में हो क्या रहा है? इनके नेताओं ने कह दिया कि ओबीसी का अपमान कर दिया। राहुल गांधी सब वर्गों की इज्जत करते हैं। मोदी जी खुद ओबीसी से हैं, जिस तरह का बर्ताव राहुल के साथ किया उसे देश का ओबीसी बर्दाश्त नहीं करेगा।

कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा- अंग्रेजों के जमाने में जो कोई भी उनके खिलाफ बोलता था वह भी ऐसे करते थे। घर में नजरबंद कर देना, दबाना वैसे ही आज चल रहा है। हम इनका डटकर मुकाबला करेंगे, हम डेमोक्रेसी को बचाएंगे। जिस तरह हमारे नेताओं ने आजादी के लिए संग्राम शुरू किया था, किसी को नहीं पता था कि देश आजाद है या नहीं। अब मोदी-बीजेपी राज में कोई नहीं सोच सकता क्या होगा? हमारी जंग जारी रहेगी। देश का पैसा लूटने वालों को नंगा करेंगे।

रंधावा ने कहा, चुनाव हमारे लिए मायने नहीं रखता। जिनके खून में देशभक्ति है उनके लिए प्रधानमंत्री का पद मायने नहीं रखता। हमारे लिए महत्वपूर्ण देश को लूटने वाले चोरों को जेल भेजना । साल 1977 में जब जनता सरकार थी, उसने इंदिरा गांधी को अंदर किया था और मेंबरशिप भी खत्म की थी। इसके बाद कांग्रेस ज्यादा मजबूत होकर निकली थी।

एक दिन पहले बोले थे गहलोत- राहुल गांधी ने किया था पॉलिटिकल कमेंट
गहलोत ने गुरुवार को कहा था- 'मोदी नाम के लोग जो हैं, उन्हें लगता है कि प्रधानमंत्री हमारा आदमी है। हमें बचा लेगा। हमारा कौन क्या बिगाड़ लेगा? राहुल गांधी ने जब टिप्पणी की तो यह एक पॉलिटिकल आरोप था। उसे कोर्ट में ले जाना ठीक नहीं है। मुझे ज्युडिशियरी पर पूरा विश्वास है कि आने वाले समय में सही फैसला होगा। इन्होंने जिस प्रकार से मैसेज देने की कोशिश की है, उसमें यह कामयाब नहीं होंगे।'