जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

फरवरी महीने ने इस बार गर्मी के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। मार्च की शुरुआत हो चुकी है। इस महीने के दूसरे सप्ताह तक लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है। दावा किया जा रहा है कि मार्च महीने में ही अप्रैल-मई जैसी हीटवेव चलेगी। पिछले 13 साल में पांच बार पारा मार्च में 40 के पार जा चुका है। आशंका जताई जा रही है कि इस साल (मार्च) भी तापमान 40 को क्रॉस करेगा। इसका सबसे ज्यादा असर बीकानेर जिले के साथ ही जोधपुर संभाग (पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर और नागौर) में रहेगा। रात में भी राहत की संभावना नहीं है। इधर, गर्मी के हालात को देखते हुए मौसम केंद्र नई दिल्ली की ओर से चेतावनी जारी की गई है। इसी के चलते हेल्थ मिनिस्टरी ने गर्मी की एडवाइजरी भी जारी कर दी है। ऐसा भी दावा किया जा रहा है कि मार्च महीने में जयपुर का तापमान 40 पार जा सकता है।

सर्दी में बारिश नहीं, इसी वजह से गर्मी का असर ज्यादा

मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक इस बार दिसंबर, जनवरी और फरवरी में भी सर्दी सामान्य से कम रही। जनवरी के महीने में जरूर कुछ दिन राजस्थान में कड़ाके की सर्दी पड़ी थी। तापमान माइनस में दर्ज हुआ था। दिसंबर में तापमान सामान्य से ज्यादा रहे। यानी सर्दी कम रही, जो पिछले कई साल में ऐसा देखने को मिला। दिसंबर में बारिश भी नहीं हुई। फरवरी में भी इस बार दिन का सामान्य तापमान अधिकांश शहरों में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस या उससे ज्यादा रहा।

फरवरी में उत्तर-पश्चिम भारत (राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, यूपी) में दिन का औसत अधिकतम तापमान 3.40 डिग्री ज्यादा 24.86 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पहले 1960 में यह तापमान फरवरी में 24.55 डिग्री पहुंचा था।

12 साल में चार बार जयपुर में मार्च का तापमान 40 से ऊपर गया
जयपुर में भी बीते माह फरवरी के 28 में से 13 दिन अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज हुआ। जयपुर में फरवरी का औसत तापमान 26 से 27 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। इस महीने (मार्च) की बात करें तो अबकी तेज गर्मी की आशंका मौसम विभाग जता रहा है।

मार्च की पिछले 12 साल की रिपोर्ट देखें तो पांच बार (2016, 2017, 2019, 2021 और 2022) ऐसा रहा, जब जयपुर में दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस (मार्च में ) या उससे ऊपर गया। ऐसे में इस बार भी तापमान 40 डिग्री से ऊपर जाने की संभावना है।

मार्च में जिलों में ज्यादा रहेगा गर्मी का असर
मौसम केन्द्र के सीनियर साइंटिस्ट हिमांशु शर्मा ने बताया कि जो रिपोर्ट सेंट्रल से जारी हुई है उसे देखें तो मार्च में गर्मी का ज्यादा असर गुजरात से लगते जालोर, सिरोही और बाड़मेर बेल्ट में रहेगा। इसके अलावा डूंगरपुर, बांसवाड़ा बेल्ट में भी मार्च में तेज गर्मी पड़ने के संकेत मिल रहे हैं। इस कारण इन जिलों में तापमान सामान्य से ज्यादा रहने की संभावना है। इनके अलावा बीकानेर, गंगानगर और चूरू के आसपास भी गर्मी तेज रहेगी।

सामान्य से 3 डिग्री तक ज्यादा रह सकता है तापमान
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, राजस्थान में इस बार गर्मी के सीजन में तापमान सामान्य से 3 डिग्री सेल्सियस तक ऊपर रहने की आशंका है। फरवरी में भी इस बार कई शहरों में तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहे। इस बार तेज गर्मी के पीछे ग्लोबल फैक्टर पश्चिमी प्रशांत महासागर में ला नीनो से अल नीनो की कंडीशन बनना माना जा रहा है। इसके अलावा हिंद महासागर में आईओडी यानी इंडियन ओशन डाइपोल में वर्तमान कंडीशन न्यूट्रल होना भी एक कारण मान रहे हैं।

गर्मी से बचने के लिए क्या करें?
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से जारी एडवाइजरी और हेल्थ एक्सपट्‌र्स के मुताबिक, गर्मी से बचने के लिए लोगों को सबसे पहला काम अपने को डिहाइड्रेशन से बचाना है। इसके लिए दिन के समय थोड़ी-थोड़ी देर में पानी या कोई तरल पदार्थ जैसे छाछ, नारियल पानी, नींबू की शिकंजी आदि पीयें। पानी पीते रहने से इंसान के शरीर का टेम्प्रेचर कंट्रोल रहता है। इसके साथ ही सुबह 11 से शाम 4 बजे तक जरूरी काम न हो तो बेवहज धूप में न निकलें।