बाड़मेर ब्यूरो रिपोर्ट। 

बाड़मेर में अफीम और डोडा की तस्करी के मामले में बायतु पुलिस उपाधीक्षक (DSP) और कॉन्स्टेबल की मिलीभगत सामने आने के बाद दोनों को सस्पेंड कर दिया गया है। दरअसल, तस्करों और प्रतापगढ़ की छोटी सादड़ी पुलिस में तीन दिन पहले मुठभेड़ हुई थी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दो तस्करों के पैर पर गोली लगी और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। इनके कब्जे से बड़ी मात्रा में ड्रग्स और अवैध हथियार बरामद किए थे। आरोपियों की गिरफ्तारी व जांच के बाद बायतु डीएसपी जग्गूराम व कॉन्स्टेबल नेनूराम का तस्करों से कनेक्शन सामने आया है। आरोपों के बाद एडीजी विजिलेंस ने दोनों को सोमवार शाम को सस्पेंड कर दिया। तस्करों ने बायतु (बाड़मेर) डीएसपी से वॉट्सऐप कॉलिंग से बात करने का प्रयास किया था।

दरअसल, 25 मार्च को छोटी सादड़ी पुलिस को बड़ी मात्रा में अफीम और डोडा चूरा की तस्करी की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस टीम ने निंबाहेड़ा-प्रतापगढ़ रोड पर नाकेबंदी शुरू की। इस दौरान 3 स्कॉर्पियो आईं तो पुलिस ने रुकने का इशारा किया। कार में बैठे तस्करों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी और भागने लगे। इस पर पुलिस ने डेढ़ किलोमीटर तक बदमाशों का पीछा किया। एक गाड़ी होटल से टकरा गई। दूसरी गाड़ी का पीछे का पहिया निकल गया। इसके बाद भी बदमाश गाड़ी भगाते रहे।

10 राउंड किए थे फायर

इस दौरान पुलिस की फायरिंग से गाड़ी का पीछे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। भागते बदमाशों ने पुलिस पर 10 से ज्यादा राउंड फायर किए। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में 5-6 राउंड फायर किए। इनमें 2 तस्करों के पैरों में गोली लगी। इनके कब्जे से 20 किलो अफीम का दूध, 802 किलो डोडा पोस्त, 2 पिस्टल, 1 जिंदा कारतूस बरामद किया गया था।

होली के दिन बायतु में तस्करों ने थानेदार की गाड़ी को मारी थी टक्कर

वहीं, जांच में ये भी सामने आया कि होली पर नाकाबंदी के दौरान बायतु थानाधिकारी ओमप्रकाश चौधरी पर तस्करों ने गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया था। इसके बाद थानाधिकारी ने स्कॉर्पियो गाड़ी के टायर पर फायरिंग की थी। तब तस्करों की जब्त गाड़ियों को छोड़ने के लिए भी दबाव बनाया था। डीएसपी की भूमिका संदिग्ध रही थी। एसएचओ की ओर से इस मामले में तस्करों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। इसमें एक राजनेता का भी बेटा शामिल है, उसे आरोपी बनाया गया है।

आईजी ने थानाधिकारी का किया था तबादला, लोगों ने किया था प्रदर्शन

बीते दिनों आईजी ने बायतु थानाधिकारी ओमप्रकाश का तबादला पुलिस लाइन में कर दिया था। वहीं, जोधपुर रेंज के थानेदार का ट्रांसफर बायतु थाने में किया था। ऑर्डर कॉपी सामने आने के बाद में बायतु के लोगों ने तबादले का लेकर विरोध-प्रदर्शन किया। थाने का घेराव किया। मामले में उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की। एएसपी नरपतसिंह के पहुंचने और आश्वासन के बाद लोग माने थे। बायतु के स्थानीय लोगों ने डीएसपी जग्गूराम पर पहले भी गंभीर आरोप लगा चुके हैं।