चित्तौड़गढ़ - गोपाल चतुर्वेदी 
चित्तौड़गढ़ में लगातार मौसम में हो रहे बदलाव के चलते मौसमी बीमारियों जिसमें प्रमुख रुप से सर्दी जुखाम वायरल सहित अन्य बीमारी से ग्रसित मरीजों की संख्या में दोगुनी वृद्धि देखी जा रही है। जिसके कारण जिले के सबसे बड़े जिला राजकीय श्री सांवलियाजी चिकित्सालय में मरीजों की लंबी कतारें देखने को मिल रही है। चिकित्सालय में चिकित्सकों के हड़ताल पर होने के कारण भी बड़ी संख्या में मरीज जिला चिकित्सालय पहुंच रहे हैं। चिकित्सालय प्रशासन  भी मौसमी बीमारियों से निपटने के लिए पूरी तैयारी के साथ अलर्ट मोड़ पर दिखाई दे रहा है।
इसके बारे में जानकारी देते हुए जिला राजकीय चिकित्सालय में वरिष्ठ फिजिशियन चिकित्सक डॉ अनिश जैन ने बताया कि वर्तमान में पिछले कुछ दिनों से मौसम में लगातार हो रहे बदलाव के कारण मौसमी बीमारियां भी बढ़ी है जिसमें प्रमुख रुप से सर्दी, जुखाम,बुखार वायरल इनफेक्शन, अस्थमा के रोगियों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है। उन्होंने बताया कि नए वायरस H3N2 के लक्षण भी मरीजों में दिखाई दे रहे हैं लेकिन अभी तक प्रयोगशाला में इस वायरस की जांच नहीं हो पा रही है। उन्होंने बताया कि इस वायरस के संदिग्ध मरीजों को कोरोना की दवा दी जा रही है जो कि बहुत धीरे-धीरे असर कर रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में चिकित्सालय  आउटडोर के समय में मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है।
चिकित्सालय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिला चिकित्सालय के साधारण दिनों में आउटडोर में 1200 से 1300 मरीज  अपना उपचार कराने के लिए पहुंच रहे थे लेकिन पिछले कुछ दिनों में यह आंकड़ा 2400 को पार कर गया है। वहीं मरीजों की चिकित्सालय में बढ़ती संख्या का मुख्य कारण राइट टू हेल्थ बिल को लेकर चिकित्सकों की इसलिए कई दिनों से जारी हड़ताल माना जा रहा है।
मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए चिकित्सालय प्रशासन भी अलर्ट मोड पर दिखाई दे रहा है।  मेडिकल कॉलेज शुरू होने के बाद चिकित्सकों की कमी से जूझ रहे जिला चिकित्सालय में अब नए चिकित्सकों के आने से चिकित्सालय  प्रशासन अब राहत की सांस ले रहा है।