बूंदी ब्यूरो रिपोर्ट।   

राजस्थान के युवा एवं खेल मंत्री अशोक चांदना ने मंगलवार को बूंदी कलेक्ट्रेट में समीक्षा बैठक ली। इस दौरान चांदना ने डीएफओ को धमकाते हुए कहा- आप आग के ढेर पर बैठे हो। जिस दिन मुझे मौका मिला उस दिन जान निकाल लूंगा। इस दौरान कलेक्टर रविंद्र गोस्वामी, जिला प्रमुख चंद्रावती कंवर और एडीएम मुकेश चौधरी समेत अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे। चांदना डीएफओ टी. मोहनराज पर नाराज हो गए थे। उन्होंने डीएफओ पर आरोप लगाया कि वह हिंडोली विधानसभा क्षेत्र के विकास कार्यों पर अड़ंगा लगाते हैं। इसके बाद डीएफओ को एहसान फरामोश तक कह दिया और बोले कि जिस दिन मुझे मौका मिल गया, उस दिन ब्याज समेत लौटा दूंगा। उस एक दिन में ही पूरी जान निकाल लूंगा। इस दौरान टी. मोहनराज अपनी सफाई देने लगे, लेकिन उन्हें बोलने नहीं दिया गया।

खुद अपने नीचे आग लगा रहे हो
चांदना ने डीएफओ टी. मोहनराज को धमकाते हुए यह भी कह दिया- फिर इस तरह का कोई मौका आएगा। आप लोग आग के ढेर पर बैठे हुए हो, हमारे काम नहीं रोक रहे हो, अपने नीचे आग लगा रहे हो। मैंने कभी आपको फोन नहीं किया, लेकिन जितने भी काम रोके हैं, उन सबकी जानकारी मेरे पास है। चांदना ने सभी अधिकारियों से कहा कि आप सबकी भावना को ठेस पहुंचाना मेरा मकसद नहीं है, लेकिन जमीन पर सरकारी योजनाओं को उतारना आपकी जिम्मेदारी और ड्यूटी है।

हिण्डोली-नैनवां की विकास में बने पहचान
चांदना ने कहा कि जोधपुर और कोटा के शहरी क्षेत्रों में जिस तरह विकास कार्य हुए हैं, उसी तर्ज पर हिण्डोली-नैनवां भी ग्रामीण विकास के मामले में मॉडल के रूप में पहचाना जाए। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों के अधिकारी बेहतर तालमेल के साथ राज्य सरकार की योजनाओं, परियोजनाओं और हिण्डोली-नैनवां क्षेत्र ग्रामीण विकास का मॉडल बनना चाहिए। मंत्री चांदना ने विभागवार अधिकारियों से योजनाओं की जानकारी ली। कई विभाग के अधिकारियों पर काम रोकने के आरोप लगाते हुए सतर्क रहने के निर्देश दिए। हिण्डोली-नैनवां क्षेत्र में संचालित विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।