जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

राजस्थान में नए जिलों पर उठा विरोध अब राजधानी जयपुर में भी तेज होने लगा है। जयपुर को उत्तर और दक्षिण दो जिलों में बांटने का खाद्य मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने खुलकर विरोध जताया है।खाचरियावास ने कहा- जयपुर उत्तर और जयपुर दक्षिण अजीब सा नाम हो जाएगा। मुझे भी यह नाम पसंद नहीं है। जयपुर की जनता को भी पसंद नहीं है। जयपुर की अपनी विरासत है, लोगों की भावनाएं जुड़ी हैं। इसे एक ही रखा जाना चाहिए, दो टुकड़ों में नहीं बांटना चाहिए। खाचरियावास अपने आवास पर मीडिया से बात कर रहे थे।

जयपुर तो जयपुर ही रहेगा
खाचरियावास ने कहा- जयपुर तो जयपुर ही रहेगा। मैं जयपुर का बेटा हूं। जयपुर से विधायक और मंत्री हूं। मेरे सहित जयपुर के सभी विधायक​ चाहते हैं कि जयपुर ही रहे। इसे उत्तर और दक्षिण नहीं किया जाए। हम जयपर के टुकड़े नहीं चाहते। सभी जयपुरवासियों की भी यही भावना है। सीएम भी कह चुके कि राजधानी जयपुर ही रहेगी। खााचरियावास ने कहा- जयपुर पिंकसिटी के तौर पर पहचान रखता है, इसके टुकड़े करना सही नहीं है। जिस तरह एसपी अलग अलग बैठते हैं। उसी तरह कलेक्टर भले ही एक से ज्यादा कर दीजिए। जयपुरवासियों की भावना है कि जयपुर एक ही रहे। जयपुवासियों की भावनाओं के अनुसार जयपुर एक ही रहेगा। जयपुर की जनता जैसे सोचती है, वैसे ही पुराना स्वरूप ही रखा जाएगा।

सीएम ने अभी केवल घोषणा की है, फाइनल थोड़ा ही है

खाचरियावास ने कहा- सीएम ने अभी तो केवल घोषणा ही तो की है। यह तो जयपुर वालों को तय करना है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की है तो सब फाइनल थोड़े ही कर दिया। अभी तो मोटे तौर पर स्वरूप ही नहीं बना। स्वरूप तो अब बनेगा। जिस समय जिले पर फाइनल फैसला होगा। उस वक्त सब ठीक कर दिया जाएगा। खाचरियावास ने कहा- अभी जयपुर के टुकड़े कहां किए हैं, अभी तो केवल सोच दर्शाई है कि जयपुर उत्तर और दक्षिण करके जनता को कैसे राहत दी जाए। जयपुर उत्तर और जयपुर दक्षिण अजीब सा नाम हो जाएगा। मुझे भी यह नाम पसंद नहीं है। जयपुर की जनता को भी नहीं है। जयपुर की विरासत है । इसे एक ही रखा जाना चाहिए।

बगरू को दूदू में शामिल करने के विरोध के समर्थन में खाचरियावास

दूदू जिले में बगरू और आसपास के क्षेत्र को शामिल करने पर विरोध पर खाचरियावास ने कहा- कोई इलाका अगर दूदू में शामिल होना चाहे तो कर दीजिए। कौन मना करता है, लेकिन जनता की भावनाओं का ध्यान रखा जाए। कोई दूदू में जाना चाहे, कौन मना कर रहा है। बगरू विधायक गंगा देवी अगर अपने क्षेत्र को दूदू में शामिल करने का विरोध कर रही हैं तो वे सही हैं। दूदू वाले ही सब कुछ थोड़े ही तय करेंगे दूदू की जनता का मैं सम्मान करता हूं, लेकिन गंगा देवी और दूदू वाले बाराबर के विधायक हैं। हमारे लिए तो दोनों ही बराबर हैं। गंगादेवी जैसा चाहेंगी वैसा ही होगा।

बगरू और फुलेरा विधायक अपने क्षेत्रों को दूदू में शामिल करने के विरोध में
दूदू जिले में शामिल ​किए वाले जयपुर के क्षेत्रों को लेका विरोध हो रहा है। बगरू ओर फुलेरा को दूदू जिले में शामिल करने का विरोध अभी से शुरू हो गया है। बगरू विधायक गंगा देवी पहले से ही इसका विरोध कर चुकी है। फुुलरा विधायक निर्मल कुमावत भी सांभर फुलरा क्षेत्र को दूदू में शामिल करने के प्रस्ताव का विरोध कर चुके हैं।

जिलों को लेकर कई जगह हो रहा है विरोध
जिलों को लेकर कई तरह के विरोध सामने आ रहे हैं। नए बने जिलों में कई जगह इलाकों के शामिल करने पर विराोध हो रहा है। खैरथल जिले में भिवाड़ को शामिल किरने का विरोध है। भिवाड़ी को जिला नहीं बनाए जाने पर विधायक संदीप यादव बोर्ड अध्यक्ष पद से इस्तीफा तक दे चुके हैं। भीनमाल विधायक पूरा राम चौधरी और कई जनप्रतिनिधि भीनमाल के इलाके को सांचौर में शामिल करने का विरोध कर रहे हैं।