जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

जयपुर से असरवा (अहमदाबाद) के लिए नई ट्रेन शुक्रवार शाम को शुरू हुई। क्योंकि ये जयपुर से अहमदाबाद के लिए ये नया रूट है, ऐसे में ट्रेन में यात्रीभार भी पहले दिन 98 फीसदी रहा। वैसे ट्रेन का शेड्यूल अच्छा है और सभी जरूरी स्टेशनों पर स्टॉपेज भी है, लेकिन ट्रेन को चलाने को लेकर जबरदस्त विवाद खड़ा हो गया है।

ट्रेन को जयपुर सांसद और राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री हरी झंडी दिखाकर रवाना करना था, लेकिन विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों ने यू टर्न ले लिया और आने में असमर्थता जाहिर की। इसके बाद ट्रेन बिना हरी झंडी के ही रवाना हो गई।

  • जयपुर से अहमदाबाद के लिए शुरू हुई ट्रेन में वर्किंग को लेकर विवाद
  • ट्रेन को मेंटेन जयपुर करेगा, लेकिन अधिकार अहमदाबाद का होगा
  • विरोध इतना कि सांसद ने लिया यू-टर्न, बिना हरी झंडी के रवाना हुई ट्रेन
  • जयपुर-असरवा एक्सप्रेस जयपुर और अजमेर मंडल के ही पास रहे तो खत्म हो विवाद

रेलवे ने समझौता किया, लेकिन यूनियन ने किया प्रदर्शन
यूनियन के जीएलओ अध्यक्ष सुभाष पारीक और मंडल अध्यक्ष केएस अहलावत ने बताया कि पिछले दिनों उदयपुर से असरवा एक्सप्रेस ट्रेन शुरू हुई। उत्तर पश्चिम रेलवे ने इस ट्रेन की वर्किंग अहमदाबाद मंडल से ले ली और उन्हें कहा कि अगली ट्रेन आप लोग वर्किंग करना।

इस संबंध में ट्रेड यूनियन को बताया भी नहीं गया। इसके बाद जब जब शुक्रवार से जयपुर से असरवा के लिए ट्रेन शुरू हुई, तो इसमें मैनिंग (टिकट चैकिंग का काम) अहमदाबाद मंडल को दे दी। जिसका मंडल अध्यक्ष केएस अहलावत, सीटीआई रामनिवास चौधरी, गिरीश शहदावत सहित 500 से अधिक टिकट चैकिंग स्टाफ ने जबरदस्त विरोध किया और रेलवे प्रशासन को ट्रेन नहीं चलने देने की चेतावनी दी। जिसके बाद प्रिंसिपल सीसीएम अर्चना श्रीवास्तव, डीआरएम नरेंद्र और सीनियर डीसीएम मुकेश सैनी ने अहलावत को आश्वासन दिया कि जल्दी इस संबंध में कार्रवाई कर समाधान किया जाएगा।

ये रेलवे बोर्ड के नियमों की अवहेलना है
मंडल अध्यक्ष केएस अहलावत ने बताया कि पहले देशभर में संचालित राजधानी एक्सप्रेस में टिकट चैकिंग स्टाफ दिल्ली मंडल का ही चलता था। एआईआरएफ के महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा और सहायक महामंत्री मुकेश माथुर ने रेलवे बोर्ड ने नियम बनाया कि जिस ट्रेन में प्राइमरी मेंटेनेंस जिस मंडल द्वारा किया जाएगा, उसमें टिकट चैकिंग स्टाफ भी उसी मंडल का होगा।

ऐसा किया जाना बोर्ड के नियमों की अवहेलना है। जयपुर-असरवा एक्सप्रेस में टिकट चैकिंग जयपुर से उदयपुर जयपुर मंडल द्वारा और उदयपुर से अहमदाबाद अजमेर मंडल द्वारा किया जाए, तो विवाद शांत हो जाएगा। इस पर प्रिंसिपल सीसीएम अर्चना श्रीवास्तव ने कहा है कि ये प्रस्ताव सोमवार को रेलवे बोर्ड भेजा जाएगा।