जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

पार्टी के कार्यक्रमों और धरने-प्रदर्शनों में भीड़ नहीं जुटने पर नेताओं को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के एक दिन पहले फटकारा था। अब राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कार्यकर्ताओं से साथ देने की अपील की। उन्होंने राहुल गांधी की लोकसभा मेंबरशिप खत्म करने के विरोध में हो रहे आंदोलन में ट्वीट करके सहयोग मांगा तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने खुद की अनदेखी का मुद्दा उठा दिया। पार्टी वर्कर्स ने जमकर खरी-खोटी सुनाई।

रंधावा की अपील पर जवाब देते हुए सोशल मीडिया पर नेताओं और कार्यकर्ता ने चार साल तक नजरअंदाज किए जाने पर तल्ख सवाल किए। ज्यादातर ने चहेतों को पद देने, बागियों को महत्व देने और अफसरों को रिटायरमेंट के बाद पद देने पर सवाल उठाए। सचिन पायलट समर्थकों ने उनकी उपेक्षा पर नाराजगी जताई। उन्हें मुख्यधारा में लाने का सुझाव दिया।

रंधावा बोले- मुझे कार्यकर्ताओं का साथ चाहिए, हमें भी कुर्बानियां देनी होंगी

कांग्रेस प्रदेश प्रभारी रंधावा ने ट्वीट में लिखा- 'मुझे कार्यकर्ताओं का साथ चाहिए। कांग्रेस ने हमें बहुत कुछ दिया है। अब हमारी बारी है। ED, CBI से हम नहीं डरेंगे। जेल भी जाना पड़ा तो जाएंगे, लेकिन भाजपा सरकार को करारा जवाब देंगे। देशहित में आवाज़ उठाते रहेंगे। एक-एक व्यक्ति के पीछे पूरी फौज को खड़ा होना पड़ेगा। इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने भी देश के लिए कुर्बानियां दी थीं। हमें भी कुर्बानियां देनी होंगी। पूरी मेहनत के साथ काम कर राजस्थान में कांग्रेस सरकार बनानी होगी।'

कांग्रेस नेता कुंदन यादव ने पूछा- नियुक्तियां अफसरों को देते हो, कांग्रेस कार्यकर्ताओं में करंट कहां से आएगा?

कांग्रेस नेता और पशुधन विकास बोर्ड के मेंबर कुंदन यादव ने लिखा- प्रभारी साहब बहुत दुख के साथ कहना पड़ता है, जब भी कांग्रेस सरकार आती है नियुक्तियां सिर्फ सरकारी अफसरों या भाजपा के लोगों को मिलती हैं। आप जांच करा लें। उसके बाद आप उम्मीद करें कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं नेताओं में करंट पैदा होगा, वह असंभव है।

एक यूजर राजेश कुमार ने लिखा- कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर बीजेपी के एजेंटो को नियुक्तियां दी हैं तो उनसे बात करो। अब कांग्रेस कार्यकर्ता याद आ रहें हैं। जैसी करनी वैसी भरनी। वहीं, दूसरे यूजर ने लिखा - जहां-जहां बागियों ने कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ा, उन सभी को हाल ही में उन्हीं के चहेतों को पद दिए गए हैं, हर बार की तरह कार्यकर्ता ठगा गया।