अजमेर ब्यूरो रिपोर्ट।  

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा और मुख्यमंत्री के सलाहकार निरंजन आर्य के शनिवार को जयपुर से अजमेर जाते समय एक्सप्रेस-वे टोल नाके पर कांग्रेसजनों ने स्वागत किया। इस दौरान कांग्रेसजनों ने शर्मा और आर्य को संगठन से जुड़ा फीडबैक देकर मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की गुजारिश की। उन्हें बताया गया कि एक तरफ सरकार के फैसलों की वजह से साढ़े चार साल गुजर जाने के बाद भी एंटी इनकमबेंसी नहीं होने के कारण सरकार रिपीट करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं, जबकि राज्य सरकार का आमजन के लिए किया गया निर्णय नगर परिषद में लागू नहीं किया जा रहा हैं।

यहां 13 जनवरी के बाद से एक भी शहरवासी को उसके आशियाने का पट्टा नहीं दिया गया है। इससे आमजन में आक्रोश बढ़ रहा है। रोड़ा नगर परिषद का हैं और छवि राज्य सरकार की खराब हो रही है। इस दौरान राशन डीलर संघर्ष समिति की ओर से आर्य और शर्मा से राशन डीलरों की मानदेय से जुड़ी मांग मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की गुजारिश की गई।

मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा और सलाहकार निरंजन आर्य अलग-अलग वाहनों से यहां पहुंचे। जबकि यहां से उनके वाहन साथ-साथ ही अजमेर के लिए रवाना हुए। जीवीके टोल नाके पर मूलचंद शर्मा, भास्कर शर्मा, धरमवीर कोठारी, बालूराम जाट इत्यादि ने उनका स्वागत किया। जबकि, हरमाड़ा चौराहे पर एनएसयूआई अध्यक्ष कमल डीडवानिया सहित अनेक युवक कांग्रेस तथा एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया।

इस दौरान राशन डीलर संघर्ष समिति के मूलचंद शर्मा ने राशन डीलरों को मानदेय देने की मांग मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि इस संबंध में समन्वय समिति बनी हुई हैं, लेकिन सीएम से समय नहीं मिल रहा है। उन्हें अभी दस हजार पांच सौ रुपए कमीशन मिल रहा है। इसी को मानदेय में बदल दिया जाए तो सभी राशन डीलर खुश है। कांग्रेसजनों ने नगर परिषद की पट्टों को लेकर हठधर्मिता समेत संगठन से जुड़े मुद्दों का भी फीडबैक दिया। आर्य व शर्मा को बताया कि सरकार ने प्रशासन शहरों के संग अभियान चलाया, लेकिन नगर परिषद तेरह जनवरी के बाद से आमजन को उनके आशियाने का हक तक नहीं सकी हैं।