अजमेर ब्यूरो रिपोर्ट। 

भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को 20 हजार की रिश्व्त के साथ गिरफ्तार अजमेर बीजेपी के पार्षद वीरेन्द्र वालिया को पार्टी से निलंबित किया है। प्रदेश संघठन के द्वारा 18 दिन बाद इस कार्यवाही को अंजाम दिया गया। पार्टी ने वालिया से 15 दिन में स्पष्टीकरण मांगा है। गौरतलब है कि पार्षद वीरेन्द्र वालिया को विगत दिनों मकान मालिकों से मकान बनाने के लिए 40 हजार रुपए की रिश्व्त मांगी थी। जिसके बाद एसीबी ने 20 हजार की रिश्व्त लेते पार्षद और दलाल को गिरफ्तार किया था।

राजस्थान भाजपा अनुशासन समिति के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत ने शनिवार को आदेश जारी किए है। आदेशों में बताया गया है कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को शिकायत प्राप्त हुई है कि बीजेपी पार्टी के निर्वाचित पार्षद होते हुए मकान निर्माण के लिए 20 हजार रुपए की रिश्व्त प्राप्त की है। एसीबी ने रिश्व्त की राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। उक्त कृत्य बीजेपी के कार्यकर्ता के रूप में अत्यधिक अनुशासनहीनता और पार्टी की छवि को कम करने वाला है। इससे बीजेपी की छवि पर विपरीत असर पड़ा है। यह कृत्य भाजपा का अनुशासन भंग की श्रेणी में आता है।

अंत: आरोपित अपराध की गंभीरता को देखते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने अविलंब प्रभाव से भाजपा की प्राथमिकता सदस्यता से पार्षद वीरेन्द्र वालिया को निलंबित किया गया है। इसके साथ ही वालिया से 15 दिन में स्पष्टीकरण मांगा है।

यह है मामला

अजमेर एसीबी ने 14 फरवरी को अजमेर नगर निगम के भाजपा से पार्षद वीरेंद्र वालिया और दलाल को 20 हजार की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया गया था। रिश्वत राशि के साथ पकड़े जाने के बाद एसीबी ने पूरी कार्रवाई को क्रिश्चियन गंज थाने में अंजाम दिया था। आरोपी पार्षद के द्वारा मकान मालिकों को मकान बनाने की एवज में डरा धमका कर 40 हजार रुपए की डिमांड की गई थी। जिसके बाद पीड़ित एसीबी के पास पहुंचा और इसकी शिकायत की थी।