मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के एक दिन पहले संजीवनी घोटाले पर दिए बयां पर जबरदस्त हमला बोला। सीएम ने कहा कि SOG के अनुसन्धान में अन्य अभियुक्तों पर लगी धाराओं के सामान गजेंद्र शेखावत भी दोषी पाए गए हैं। उन्हौने कहा कि वे जानते हैं कि इस घोटाले में लगभग एक लाख पीड़ितों से करीब 900 करोड़ रुपये लूटे गए हैं परन्तु इस मामले में प्रॉपर्टी अटैच करने का अधिकार SOG के पास ना होकर केंद्र के अधीन काम करने वाली ईडी के पास है। विगत दो वर्षों में SOG ने ईडी से 5 बार संजीवनी क्रेडिट सोसाइटी से सम्बंधित प्रॉपर्टी अटैच करने को कहा है लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ है। गहलोत ने कहा कि अगर गजेंद्र शेखावत खुद को बेकसूर मानते हैं तो पीड़ितों को उनका पैसा वापस दिलवाने के लिए आगे क्यों नहीं आते। इस प्रकरण में केंद्रीय रजिस्ट्रार ने एक लिक्विडेटर नियुक्त किया है लेकिन वो तब ही पीड़ितों का पैसा वापस लौटा पाएगा जबकि ईडी संजीवनी की संपत्ति आत्ताच कर उससे पैसा उगाहे। सीएम ने कहा कि वे लगातार पीड़ितों की बात सुनते रहे हैं अगर शेखावत में नैतिक साहस है तो उन्हें पीड़ितों से मिलना चाहिए और समझाना चाहिए कि कितना बड़ा अपरध हुआ है।
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