हनुमानगढ  - विश्वास कुमार 
हनुमानगढ़ जक्शन निवासी विजय पेशवानी पर न्यायलय के आदेशों के बाद धोखाधड़ी जैसी गंभीर धारायों मे हनुमानगढ़ जक्शन पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
जमना देवी पेशवानी को अपने बेटे विजय पेशवानी के खिलाफ मुकदमा दायर करने के लिए न्यायालय का सहारा लेना पड़ा,इस्तगासे मे विजय पेशवानी को आपराधिक किस्म व धोखाधड़ी एंव कूटरचित कागजात तैयार करने वाला आदतन अपराधी बताते हुए गंभीर आरोप लगाए है,जमना देवी का आरोप है क़ी उनके उसके हीं बेटे द्वारा उसको बहला-फुसलाकर जमीन का मुख़्तारनामा अपने नाम करवा लिया था।और अब अपने नाम से मुख़्तारनामा का दुरपयोग कर रहा है,हलांकि बाद में उसके इस आपराधिक आचरण एवं परिवार के अन्य लोगो की सम्पत्ति हड़पने की मंशा को देखतें हुए उन्होंने यह मुखत्यारनामा निरस्त कर दिया था। लेकिन अब उनको विजय पेशवानी द्वारा दिनांक 09.01.2013 को जारी किया गया स्टाम्प मिला है, इस स्टाम्प में विजय पेशवानी ने उसके मुखत्यार आम की हैसियत से आनन्द विहार कॉलोनी में प्लाट नम्बर 61 साईज 25 गुणा 50 फुट 25,000/- रुपये में बेचना दर्शाया हुआ है,इस स्टाम्प पेपर में प्लाट खरीदने वालक व्यक्ति का नाम,पिता का नाम,उसकी जाति,उसके पता के रिक्त स्थान खाली रखे इसमें क्रेता सहमति के हस्ताक्षर का स्थान भी खाली रखा हुआ है।यानिकि विजय पेशवानी उनके द्वारा पूर्व में जारी किये गये मुखत्यारनामा का लगातार दुरुपयोग कर रहा है एवं पुरानी तारीखों के स्टाम्प यहां वहां से लेकर या स्टाम्पो पर फर्जी तरीके से पुरानी दिनांके दर्ज करवाकर उनके के प्लाटों के बेचान के सम्बन्ध में कूटरचित इकरारनामें तैयार कर रहा है। साथ हीं जमना देवी का कहना है क़ी उसने पहले इसकी शिकायत हनुमानगढ़ जक्शन पुलिस व तत्कालीन एसपी को भी क़ी थी,लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नही क़ी जिसके चलते उसे न्यायलय का सहारा लेना पड़ा और अब न्यायलय के आदेशों पर जक्शन पुलिस ने विजय पेशवानी के खिलाफ  भारतीय दण्ड संहिता धारा 420, 467,468,471 के तहत जरिये इस्तगासे मुकदमा दर्ज किया हैजमना देवी ने मांग क़ी है क़ी आरोपी पर सख्त कार्रवाई हो और उसके कब्जे से कूटरचित दस्तावेज भी जब्त किये जाये। मुकदमे क़ी जाँच उप निरक्षक मगुराम कर रहे है।अब देखना होगा क़ी न्यायलय के आदेशों व कड़ी मशक्त के बाद हुए दर्ज मुकदमे मे पुलिस क्या कार्रवाई करती है।खास बात ये क़ी विजय पेशवानी के भाई प्रेम पेशवानी ने बताया क़ी विजय पेशवानी पर पूर्व मे भी कई मुकदमे दर्ज है।