गौ-तस्करी के शक में दो मुस्लिम युवकों को जलाने के मामले में राजस्थान पुलिस ने 8 आरोपियों की पहचान कर ली है। भरतपुर के नासिर और जुनैद को हरियाणा के भिवानी में बोलेरो में डालकर जला दिया गया था। इस मामले में राजस्थान पुलिस ने एक आरोपी रिंकू सैनी को गिरफ्तार किया था, उसी के बयान के आधार पर 8 लोगों की पहचान कर उनके फोटो जारी किए गए हैं। इधर, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि ये गौ-रक्षक लफंडर टाइप के लोग हैं। भरतपुर पुलिस ने 17 फरवरी को रिंकू सैनी को गिरफ्तार किया था। गौरतलब है कि मुस्लिम युवकों को जिंदा जलाने के मामले में हरियाणा और राजस्थान पुलिस पिछले दिनों आमने-सामने भी हो गई थी।
भरतपुर पुलिस के मुताबिक पूछताछ में रिंकू सैनी ने बताया है कि 8 लोगों ने नासिर और जुनैद के साथ मारपीट की थी। पहले इन्हें बोलेरो से उतारकर स्कॉर्पियो में बैठाया गया, यहां उनके साथ मारपीट की गई। पुलिस ने वह स्कॉर्पियो भी बरामद कर ली है। उसमें खून के धब्बे मिले हैं। रिंकू सैनी के बयान के आधार पर राजस्थान पुलिस ने इस मामले में अनिल, श्रीकांत, कालू, किशोर, मोनू, विकास, शशिकांत और अनिल नाम के आरोपियों की पहचान की है और ये सभी हरियाणा के रहने वाले हैं।
हरियाणा से 2 टीम आई थी, भरतपुर से उठाकर ले गए नासिर-जुनैद को
एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने बताया कि 15 फरवरी को भरतपुर के जुनैद और नासिर के अपहरण की शिकायत गोपालगढ़ थाने में दर्ज हुई थी। 16 फरवरी को सूचना मिली कि दोनों लोगों की गाड़ी हरियाणा के भिवानी में जली हुई मिली है। कार की तलाशी पर दो नर कंकाल भी मिले थे। जांच में सामने आया कि हरियाणा से 2 लोगों की टीम भरतपुर आई थी और यहां से नासिर और जुनैद को उठाकर ले गए थे। इन दोनों के साथ मारपीट की गई। पुलिस ने इस मामले में रिंकू सैनी नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में बताया कि उसके अलावा इसमें 8 लोग और शामिल थे। एडीजी एमएन ने बताया कि सभी की पहचान कर ली गई है और इनकी तलाशी शुरू कर दी है।
सफेद रंग की कार में ले गए थे, हरियाणा में मिली
भरतपुर रेंज आईजी गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि हत्याकांड के बाद राजस्थान पुलिस टीम हरियाणा में जाकर जांच कर रही है। पुलिस को कई सुराग मिले हैं, जिनमें कुछ सीसीटवी भी हैं। जिस स्कॉर्पियो में नासिर और जुनैद को ले जाया गया था, उनमें दो आरोपी थे, ये कौन थे इसकी जांच की जा रही है।स्कॉर्पियो में नासिर-जुनैद के साथ मारपीट की गई। गाड़ी हरियाणा के जिंद से जब्त की गई है और इसमें खून के धब्बे भी मिले हैं। अंदेशा है कि ये खून दोनों मृतकों का हो सकता है। इन फरार लोगों की गिरफ्तारी के लिए राजस्थान पुलिस की टीम हरियाणा पुलिस के साथ मिलकर हरियाणा में दबिश दे रही है।
मोनू मानेसर का नाम नहीं
पुलिस की शुरुआती जांच में सबसे अहम बात यह सामने निकलकर आई कि जिसको लेकर पिछले एक सप्ताह से सबसे ज्यादा हंगामा हो रहा है, उस मोनू मानेसर का नाम अभी तक राजस्थान पुलिस की तरफ से स्पष्ट रूप से नहीं लिया गया है। गिरफ्तार किए गए रिंकू सैनी के अलावा पुलिस की तरफ से जिन 8 लोगों की फोटो जारी की गई है, उनमें भी मोनू मानेसर का नाम नहीं है।
5 लोगों के खिलाफ कराया था मामला दर्ज, सभी हरियाणा के
गोपालगढ़ पुलिस के मुताबिक 15 फरवरी को जुनैद के भाई इस्माइल ने जुनैद-नासिर को किडनैप करके मारपीट करने और फिर उनकी हत्या करने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। हरियाणा के पांच लोगों पर इसका आरोप लगाया गया। इनमें मुरथल के अनिल, मरोड़ा के श्रीकांत, फिरोजपुर झिरका के रिंकू सैनी, होटल के लोकेश सिंगला और मानेसर के मोनू उर्फ मोहित शामिल हैं। इनमें से एक आरोपी रिंकू सैनी को राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार किया गया था। मामले का मास्टरमाइंड कथित गौ-रक्षक मोनू मानेसर उर्फ मोहित को बताया जा रहा है। पूरा मामला राजस्थान से जुड़ा हुआ है, ऐसे में राजस्थान पुलिस ही मामले की जांच कर रही है। हरियाणा में कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है।
गहलोत बोले- ये गौ-रक्षक लफंडर टाइप के लोग
इधर, इस मामले में राजनीति भी खूब हो रही है। हरियाणा में राजस्थान पुलिस के खिलाफ मुकदमा होने के सवाल पर गहलोत ने कहा- मैं तो कहूंगा कानून अपना काम करे। हमारे यहां तो एफआईआर अनिवार्य है। मैं ज्यादा इन बातों में नहीं पड़ता। अपराधी पकड़े जाने चाहिए। वह जघन्य घटना है, इस घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है।
गहलोत ने कहा कि यह जो लफंडर टाइप के लोग हैं, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के नाम से काम करते हैं। ये बेईमान लोग हैं, असामाजिक तत्व हैं। प्रधानमंत्री खुद चार साल पहले इन्हें असामाजिक तत्व कह चुके हैं। अगर पीएम बार-बार बोलते तो यह हालात नहीं होते।
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