जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

लॉरेंस गैंग से जुड़े गैंगस्टर रोहित गोदारा ने जयपुर में एक बिजनेसमैन के मर्डर की प्लानिंग कर रखी थी। 5 करोड़ की रंगदारी नहीं देने पर उसने बिजनेसमैन के मर्डर के लिए दिल्ली से दो लोगों को जयपुर भेजा। इन लोगों को रोहित ने सोशल मीडिया के जरिए अपने गैंग में शामिल किया था। रोहित अपने खतरनाक इरादों में कामयाब भी हो जाता लेकिन इससे पहले ही बिजनेसमैन को पुलिस प्रोटक्शन मिल गया। राेहित को जब ये पता चला तो उसने दोनों बदमाशों को कॉल करके रोका- अभी भारी पुलिस है और टारगेट को पुलिस सुरक्षा मिल गई है। इस कारण अभी फिलहाल मर्डर नहीं हो पाएगा। पुलिस ने मामले में 4 बदमाशों को राउंडअप किया है।

मामले में सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि 17 फरवरी को पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया था। पांच दिन बाद भी पुलिस मामले को दबाए हुए हैं। भास्कर ने मामले में पुलिस से बात की तो पुलिस का कहना था कि लॉरेंस गैंग के किसी बदमाश को हमने नहीं पकड़ा है। उनको फॉलो करने वाले दो लड़कों को जरूर शांतिभंग में अरेस्ट किया है।

ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि पुलिस इस मामले को दबाने-छिपाने की कोशिश क्यों कर रही है?

मामले में इंवेस्टिगेट किया तो पता चला कि लॉरेंस गैंग से जुड़े रोहित गोदारा ने सीताबाड़ी निवासी एक बिजनेसमैन को 10 दिसम्बर 2022 को वॉट्सऐप कॉल कर बिजनेसमैन से 5 करोड़ रुपए रंगदारी (एक्सटॉर्सन मनी) की डिमांड की थी। बिजनेसमैन ने रुपए देने से इनकार कर दिया। इस पर रोहित गोदारा ने उसने परिवार को जान से मारने की धमकी दी। गैंगस्टर गोदारा लगातार कॉल कर बिजनेसमैन को धमकियां दे रहा था। 10 दिसम्बर को बिजनेसमैन ने सांगानेर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई।

इंस्टाग्राम फॉलोअर्स को बनाया शूटर

धमकी देने के बाद भी बिजनेसमैन ने रंगदारी देने से इनकार कर दिया तो गोदारा ने उसकी मर्डर की प्लानिंग की। शूटर के लिए उसने सोशल मीडिया पर सर्चिंग की। इंस्टाग्राम पर गोदारा को धर्मेंद्र राजपूत नाम से ID मिली। दिल्ली निवासी धर्मेंद्र इंस्टाग्राम पर लॉरेंस और गोगी गैंग को फॉलो करता था। उनके पोस्ट लाइक करता था। रोहित गोदारा ने इंस्टाग्राम पर धर्मेंद्र को मैसेज कर उसे सिग्नल एप डाउनलोड करने को कहा। सिग्नल एप डाउनलोड करने के बाद रोहित ने धर्मेंद्र को इंटरनेशनल मोबाइल नंबर से कॉल किया। रोहित ने धर्मेंद्र को उसके दोस्त मनीष उर्फ कबूतर को लॉरेंस बिश्नोई गैंग में शामिल कर लिया।

गोदारा बोला- तुझे बड़ा गैंगस्टर बना दूंगा

12 फरवरी को रोहित ने धर्मेंद्र के पास 10 हजार रुपए भेजे। उससे कहा- ‘तू दिल्ली पर राज करेगा। तुझे बड़ा गैंगस्टर बना दूंगा। तुम और तुम्हारा दोस्त मनीष दोनों हमारे साथ काम करो’। रुपए और जुर्म की दुनिया में नाम कमाने के लालच में धर्मेंद्र और मनीष गैंग से जुड़ कर काम करने के लिए राजी हो गए। 15 फरवरी को रोहित गोदारा ने उन्हें मैसेज किया- ‘कल जयपुर में फायरिंग करनी है। इसके लिए तुम्हें 25-25 लाख रुपए मिलेंगे। तुम जयपुर पहुंच जाओ। वहां, हथियार, गाड़ी, रुपए और ठहरने की व्यवस्था मिल जाएगी। जयपुर पहुंचकर कॉन्टैक्ट करना’।

कॉन्टैक्ट कर लगातार दे रहा था इंस्ट्रक्शन

15 फरवरी की रात को धर्मेंद्र और मनीष दोनों दिल्ली से रवाना हो गए। 16 फरवरी की सुबह करीब 9 बजे दोनों जयपुर बस स्टैंड पर पहुंच गए। बस स्टैंड के पास एक होटल में रूकने के करीब 6-7 घंटे बाद रोहित ने उन्हें मैसेज कर बस स्टैंड के पास एक मिष्ठान भंडार पर पहुंचने को कहा। वहां से कैब लेकर दोनों को JLN मार्ग पर भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल के पास पहुंचना था। धर्मेंद्र और मनीष वहां पहुंचे तो दलीप यादव उर्फ डीके दादा और यदुवीर सिंह मिले। दोनों ने कार से बिजनेसमैन के ऑफिस और गाड़ी की रेकी के साथ की और उन्हें बिजनेसमैन के फोटो भी दिखाए।