जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
जयपुर के सबसे बड़े सरकारी एसएमएस अस्पताल में 65 साल की उम्र की महिला के पेट से 15 किलोग्राम की गांठ निकाली गई। इस तरह की बड़ी गांठ को निकालने के लिए मरीज के पेट पर बड़ा चीरा लगाया जाता है, लेकिन एसएमएस अस्पताल में ये गांठ दूरबीन और 2 सेमी. के चीरे से निकाली गई।एसएमएस अस्पताल में जनरल सर्जरी डिपार्टमेंट के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. राजेन्द्र बुगालिया ने बताया कि भरतपुर की रहने वाली महिला पिछले 4-5 साल से पेट में गांठ के दर्द से परेशान थी। पिछले दिनों जब महिला ने एसएमएस अस्पताल में ओपीडी में दिखाया तो उसे सीनियर प्रोफेसर डॉक्टर ऋचा जैन की यूनिट में भर्ती किया और जांचे की गई। एमआरआई और बायोप्सी करवाने के बाद हमारी टीम ने इसे बड़े चीरे के बजाए छोटे चीरे से निकालने का निर्णय किया। क्योंकि महिला की उम्र अधिक थी और बड़ा चीरा लगाने से महिला को आगे तकलीफ ज्यादा झेलनी पड़ती।डॉ. बुगालिया ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान डॉ. हनुमान खोजा, डॉ. नरेन्द्र शर्मा और डॉ. विजय भी साथ रहे। सबसे पहले हमने महिला के पेट में दूरबीन के जरिए छेद करके उस गांठ काे पंक्चर किया और उसमें भरे पानी और दूसरे अपशिष्ठ को निकाला। पंक्चर करने के बाद गांठ जिसका साइज 32 बाइ 33 था वह बहुत छोटा हो गया। एक तरह से कहे तो जैसे फुटबॉल से हवा निकालने के बाद उसका कवर रह जाता है वैसी स्थिति हो गई। इसके बाद मरीज के 2 सेमी. का एक चीरा लगाकर उस गांठ के कवर को बाहर निकाला गया। इससे महिला के ऑपरेशन के दौरान खून भी कम निकला और तकलीफ भी आगे कम होगी।