जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बेनीवाल ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत को पता है पेपरलीक में कौन-कौन शामिल है। इसलिए ही सीएम गहलोत सीबीआई को जांच नहीं दे रहे हैं। आरएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल ने सीएम हाउस घेराव के समय पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि आरएलपी ने पेपरलीक प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग को लेकर जयपुर के शहीद स्मारक पर दोपहर 1 बजे धरना दिया। शाम 5 बजे बेनीवाल ने अपने समर्थकों के साथ सीएम हाउस की ओर कूच किया। पुलिस ने सिविल लाइंस फाटक पर सांसद बेनीवाल को रोक लिया। सांसद हनुमान बेनीवाल ने बैरिकेड्स पर चढ़कर सीएम हाउस की ओर जाने की कोशिश की। हालांकि पुलिस ने बेनीवाल को नहीं जाने दिया। सांसद  हनुमान बेनीवाल ने पुलिस  अधिकारियों को मांगों के संबंध में ज्ञापन दिया। सांसद बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान में सभी भर्ती परीक्षाओं का पेपरलीक हो रहा है। सरकार आंख बंद कर बैठी है। इससे लाखों युवाओं का भविष्य खतरे में आ गया हैं। ऐसे में पेपरलीक प्रकरण की सीबीआई जांच होनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो आरएलपी विधानसभा से लेकर सड़क तक आंदोलन करेगी। उन्होंने कहा कि पेपरलीक प्रकरण में मुख्यमंत्री निवास के अधिकारी और कांग्रेस के नेता भी शामिल है। इसलिए ही सीएम प्रकरण की सीबीआई जांच नहीं दे रहे। बल्कि खुद ही क्लीनचिट देने में जुटे हैं।क्योंकि उन्हें भी पता है, अगर सीबीआई ने इस मामले की जांच की तो उनकी सरकार के मंत्री और अधिकारी भी इसमें पकड़े जाएंगे।आरएलपी के सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि सचिन पायलट और किरोड़ीलाल मीणा जैसे नेताओं को अब कांग्रेस- भाजपा छोड़कर आरएलपी के साथ आना चाहिए। अगर ये दोनों नेता कांग्रेस- भाजपा से अलग हो जाते हैं तो विधानसभा चुनाव में आरएलपी इन दोनों के साथ मिलकर 140 सीट जीतेगी। उन्होंने  कहा कि पायलट को मुख्यमंत्री बनाने के लिए मैंने 2018 में ही तीन विधायकों का समर्थन दिया था। अगर पायलट राजस्थान की चिंता करते हैं तो उनको अब फैसला लेना चाहिए। अब समय बेहद कम बचा है। बेनीवाल ने कहा कि भाजपा जनाक्रोश यात्रा निकाल रही है। जनाक्रोश तो लोगों में बीजेपी के खिलाफ है। केंद्र सरकार किसान विरोधी बिल लेकर आई तो आरएलपी ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। अग्निवीर योजना को लेकर भी लोगों में विरोध है। इसे लेकर आरएलपी बड़ा आंदोलन करेगी। जरूरत पड़ी तो पार्टी के कार्यकर्ता दिल्ली भी कूच करेंगे।