श्रीगंगानगर-राकेश मितवा।
सम्मेद शिखर को पर्यटन क्षेत्र घोषित करने के विरोध में स्थानीय जैन समाज ने विशाल मौन जुलूस निकाला और जिला कलक्ट्रेट पहुंच कर बाहर सभी के बीच आए अतिरिक्त जिला कलक्टर (सतर्कता) उम्मेदसिंह रतनू को ज्ञापन दिए। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं झारखण्ड के मुख्यमंत्री को सम्बोधित इन ज्ञापनों में सम्मेद शिखर को पर्यटन क्षेत्र घोषित करने के निर्णय की निंदा करते हुए तत्काल इसे वापिस लेने की मांग की गई है। जैन सभा के अध्यक्ष सुमेर बोरड़, संरक्षक नरेश जैन, वीरेंद्र बैद, उपाध्यक्ष दीपक जैन, सचिव संदीप आंचलिया, कोषाध्यक्ष विरेन्द्र डागा, उप सचिव मनोज जैन हैप्पी, दलीप बोरड़, तेरापंथी सभा के पूर्व अध्यक्ष भैंरूदान गोलछा, सुरेंद्र जैन, एसएस जैन सभा के अध्यक्ष नरेश भोला, पूर्व अध्यक्ष पवन जैन, श्याम जैन, ओसवाल महिला समिति की अध्यक्ष उमा बांठिया, जीओ और जीने दो की अध्यक्ष स्वीटी जैन, भारतीय जैन संगठना के अध्यक्ष राहुल जैन, दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष एडवोकेट विजय कुमार जैन, पूर्व पार्षद नरेश जैन, महावीर किसान सेवा केंद्र के प्रभारी मुदित जैन सहित बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग विशाल मौन जुलूस में मौजूद थे। काफी संख्या में महिलाएं भी बैनर और धर्म ध्वजा साथ लेकर चल रहीं थीं। जैन सभा के अलावा श्री आत्मवल्लभ जैन कॉलेज शिक्षा न्यास की तरफ से भी ज्ञापन दिए गए। मौन जुलूस की शुरूआत से पहले बीरबल चौक के नजदीक जैन भवन में एकत्रित हुए जैन समाज के लोगों ने सम्मेद शिखर को पर्यटन क्षेत्र घोषित करने के निर्णय को दुखद बताया, उनका कहना था कि कहां तो इसे पूर्णतया धार्मिक क्षेत्र घोषित किया जाना चाहिए था और कहां हमेशा शांत रहने वाले जैन समाज की भावनाओं को आहत किया गया है। सरकार को अपने बेतुके निर्णय को तत्काल वापिस लेना चाहिए।