जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के नए कार्यवाहक महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी की ओर से भ्रष्टाचार के मामलों में पकड़े गए आरोपियों और संदिग्धों की पहचान उजागर नहीं किए जाने के तुगलकी फरमान जारी करने बाद मचे बवाल के बाद मां पर से बैकफुट पर आना पड़ा है। अतिरिक्त महानिदेशक ने शुक्रवार शाम को आनन-फानन में आदेश जारी कर तत्काल प्रभाव से आदेश को वापस ले लिया है।
एसीबी के कार्यवाहक महानिदेशक का ये था फरमान।
एसीबी के नए कार्यवाहक डीजी हेमंत प्रियदर्शी ने एक आदेश जारी किया है। इसके तहत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की सभी चौकियों और अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि ट्रैप होने के बाद जब तक न्यायालय से आरोप सिद्ध नहीं हो जाता, तब तक आरोपियों के नाम और फोटो उजागर नहीं होने चाहिए। उन्हें गोपनीय रखा जाएगा।