जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
भारत सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राम सेवक शर्मा ने कहा है कि राजस्थान की मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना वृहद स्तर पर जनसंख्या को कैशलेस चिकित्सा सुविधाओं का लाभ देती है जिसकी बदौलत आमजन को यूनिवर्सल हैल्थ कवरेज देने के मामले में राजस्थान की स्थिति बेहतरीन है। एनएचए के सीईओ ने स्वास्थ्य भवन में आयोजित आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना और मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए यह बात कही। उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की कि अन्य राज्यों की तुलना में मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से राजस्थान की बहुत बड़ी जनसंख्या स्वास्थ्य बीमा योजना से जुड़ी हुयी है और कैशलेस इलाज का लाभ ले रही है। उन्होंने कहा कि यह बात इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाती है कि कोविड के बाद आमजन के स्वास्थ्य का मुद्दा सबसे महत्वपूर्ण हो गया है। गौरतलब है कि कुछ दिनों पूर्व जारी नेशनल हैल्थ फैमिली हेल्थ सर्वे 5 की रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान के 88 प्रतिशत परिवार स्वास्थ्य बीमा योजना से जुडे हुए हैं और इस मामले में राजस्थान देश में पहले स्थान पर है। एनएचए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शर्मा ने कहा कि प्रदेश में आमजन को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं सुलभ कराने के उद्देश्य राज्य सरकार के स्तर पर लिए जा रहे बेहतरीन निर्णयों का ही परिणाम है कि आमजन की सुविधा के लिए चिरंजीवी योजना के पैकेजेज में काफी गतिशीलता रखी गयी है। उन्होंने स्टेट हेल्थ एश्योरेंस एजेंसी द्वारा 90 प्रतिशत से ज्यादा क्लेम मात्र 15 दिन से कम अवधि में निस्तारित किए जाने की सराहना की और कहा कि इसके लिए राज्य सरकार और चिकित्सा विभाग की पूरी टीम बधाई की पात्र है। जो पूर्ण निष्ठा के साथ अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य बीमा योजना के मामले में पोर्टबिलिटी लागू करने की दिशा में भी विस्तृत अध्ययन किया जाए ताकि उन लोगों को सुविधा मिल सके जो प्रदेश से बाहर है और उस राज्य में अपना निःशुल्क इलाज करवान चाहते हैं या बाहर के राज्य का कोई व्यक्ति राजस्थान में इलाज करवाना चाहता है। इससे पूर्व आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने ई-रूपये कंसेप्ट को लागू करने की संभावनाओं पर विस्तृत अध्ययन करने, स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभार्थी व्यक्ति की पहचान सुनिश्चित करने में फेस आईडी का इस्तेमाल करने सहित विभिन्न मामलों में संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य बीमा योजना बीमा में अनियमितता या फ्रॉड करने वालों पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए। इस दौरान शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डॉ. पृथ्वी एवं स्टेट हेल्थ एश्योरेंस एजेंसी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी शुची त्यागी ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। इस दौरान प्रबंध निदेशक आरएमएससीएल अनुपमा जोरवाल, जेसीईओ कुशाल यादव, एसीईओ गौरव सैनी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।