जैसलमेर ब्यूरो रिपोर्ट।
प्रदेश के उच्च शिक्षा, भाषा एवं पुस्तकालय राज्यमंत्री राजेन्द्र सिंह यादव तथा जैसलमेर विधायक रूपाराम धनदे ने अदाणी फाउंडेशन की ओर से 80 लाख रुपए की लागत से हनुमान चौराहा स्थित राजकीय सार्वजनिक पुस्तकालय में करवाए गए नवीनीकरण एवं सौन्दर्यकरण कार्य का फीता काटकर अवलोकन किया। इस मौके पर जिला कलक्टर टीना डाबी, पुलिस अधीक्षक भंवरसिंह नाथावत, नगर परिषद सभापति हरिवल्लभ कल्ला, बीसूका उपाध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर, राज्य महिला आयोग की सदस्य अंजना मेघवाल भी उपस्थित थे। गौरतलब है कि विगत कई महीनों से पुस्तकालय में करवाए गए कार्यों के बाद इसे नए सिरे से शुरू करने के लिए इंतजार किया जा रहा था। यादव ने नवीनीकरण कार्य कराने के लिए वाइस प्रेसिंडेंट आलोक चतुर्वेदी व अदाणी ग्रुप को धन्यवाद देते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में जो पुनीत कार्य किया है, उससे जैसलमेर के युवाओं को सुनहरा अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि मनुष्य को कामयाबी ज्ञान व पढ़ाई से ही सम्भव है इसलिए युवाओं से आह्वान किया कि वे इस जिला पुस्तकालय में संग्रहित पुस्तकों के भण्डार से ज्ञान अर्जित कर उच्च पदों को प्राप्त करें।

अध्ययन का बड़ा केंद्र।

जैसलमेर विधायक रूपाराम धनदे ने कहा कि जिला पुस्तकालय अध्ययन का बहुत बड़ा केन्द्र है व हर विद्यार्थी आज के प्रतियोगी युग में पुस्तकें खरीद कर नहीं पढ़ सकता है इसलिए ऐसे पुस्तकालय से उन्हें हर विषय की पुस्तकों को पढऩे का अवसर मिलेगा। उन्होंने अदाणी ग्रुप के वाइस प्रेजिडेंट से कहा कि वे जैसलमेर में गर्मी के सीजन में पडऩे वाली भीषण गर्मी को ध्यान में रखते हुए यहां पर सोलर प्लेट लगाकर एसी की सुविधा उपलब्ध कराएं। सभापति कल्ला ने कहा कि यह जिला पुस्तकालय बहुत पुराना है और यहां बहुत सी दुर्लभ पुस्तकों का संग्रहण है। उम्मेद सिंह तंवर ने युवाओं से आह्वान किया कि वे इस पुस्तकालय का प्रतियोगी परीक्षा के लिए नियमित रूप से अध्ययन करें।कलक्टर डाबी ने कहा कि यह जिला अस्पताल विद्यार्थियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा एवं यहां पर विद्या अर्जन कर युवा आगे बढ़ेंगे। कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता विजय बल्लाणी ने किया। अतिथियों का जिला कलक्टर के साथ ही आयुक्त नगरपरिषद लजपाल सिंह सोढ़ा, ओमप्रकाश बिस्सा, नरेन्द्र वासु, आनन्द चौहान ने स्वागत किया। अतिथियों ने जिला पुस्तकालय के नवीनीकृत कक्षों का अवलोकन किया। पुस्तकालय अध्यक्ष अक्षय कुमार ने संदर्भ पुस्तकों की जानकारी दी।