चित्तौडग़ढ़-गोपाल चतुर्वेदी।
ईदगाह के समीप स्थित द्वारिका धाम का मामला लगातार विवादों में पड़ता जा रहा है और द्वारिकाधाम के विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहे है। जहां एक ओर देव मंदिर की भूमि पर रातों-रात रास्ता बना देने, सार्वजनिक नाले पर ब्लॉक डाल देने और वक्फ बोर्ड की भूमि से कच्ची बस्ती वासियों को बेदखल करने की कोशिश करने के मामले में यह प्रकरण सुर्खियों में बना हुआ है। इसी बीच मंगलवार शाम द्वारिकाधाम कॉलोनी में मारपीट का मामला भी सामने आया है और अब यह मामला थाने तक पहुंच गया है। कल शाम हुए घटनाक्रम पर गांधीनगर निवासी प्रदीप पुत्र श्याम सुन्दर काबरा ने कोतवाली में दी रिपोर्ट में बताया कि कल शाम करीब 5.30 बजे अप्सरा टॉकीज के पास द्वारिकाधाम कॉलोनी के बाहर उसके भाई पीयूष के प्लॉट के यहां खड़ा था। इस दौरान उसका साथी लोकेश जागेटिया भी था। इसी दौरान शैलेन्द्र झंवर उसकी एक्सयूवी गाड़ी  लेकर आया और गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की जिससे वह बाल-बाल बच गया। इस दौरान उसके भाई शरद झंवर और भतीजे ने उतरकर मारपीट शुरु कर दी और भागने लगा तो फिर कर रोक दिया और जान से मार खत्म कर देने की धमकी देते हुए मारपीट की। उसने रिपोर्ट में बताया कि उसके भाई पीयूष व लोकेश जागेटिया ने बीच-बचाव किया। अन्यथा वह जान से मार देते। इस मामले में पुलिस ने आईपीसी की धारा 323, 341, 34 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और प्रदीप काबरा का मेडिकल कराया गया है। 
क्यों हुआ विवाद?
द्वारिकाधाम कॉलोनी में लगातार विवादों के बीच कल शाम मारपीट का मामला सामने आने के बाद एक बार फिर यह मामला सुर्खियों में बन गया है। जानकारी के अनुसार इस भूमि में भाजपा के शैलेन्द्र झंवर का भी हिस्सा है और पूर्व में किसी व्यक्ति को हिस्से का कुछ अंश बेचान कर दिया था जो पीयूष काबरा ने खरीद लिया, लेकिन कुछ दिनों पूर्व शैलेन्द्र झंवर द्वारा उस जगह पर अस्थाई शेड बनाने का प्रयास किया जिसे लेकर यह विवाद हुआ है। इस मामले में पुलिस अनुसंधान में जुटी है।

पहले भी दर्ज हो चुके मामले।

द्वारिकाधाम कॉलोनी को लेकर जहां देवस्थान भूमि से सड़क निकालने और सार्वजनिक नाले में ब्लॉक डालने के मामले सहित वक्फ बोर्ड की भूमि पर सड़क बनाने का प्रयास करने के मामले लगातार चर्चाओं में और जिला कलक्टर और तहसीलदार के यहां जांच भी लम्बित है । वहीं पिछले दिनों वक्फ बोर्ड की भूमि पर वर्षों से झुग्गी झोपडिय़ां बना कर रह रहे परिवारों द्वारा उन्हें जबरन बेदखल करने को लेकर रिपोर्ट भी दी थी। जिसका परिवाद भी कोतवाली थाने में लम्बित है। वही कुछ भूमि संबंधी प्रकरणों के विवाद पर भी पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। अब इसी बीच बीती शाम एक और संघर्ष का मामला सामने आया है।