पाली-मनोज शर्मा।
पाली जिले के निम्बली रोहट में चल रही 18वी राष्ट्रीय स्काउट-गाइड जम्बूरी में राष्ट्रपति के कथनानुसार मिनी यंग इंडिया का दिग्दर्शन हो रहा है। जम्बूरी में सांस्कृतिक कार्यक्रमों से जहां देश के विभिन्न प्रान्तों की कला संस्कृति जीवंत हो रही हैं, वहीं साहसिक गतिविधियों के माध्यम से सक्षम और समर्थ युवा भारत का संदेश भी प्रवाहित हो रहा है। जम्बूरी के दूसरे दिन सामूहिक बैंड वादन सहित विविध स्पर्धाएं हुई, वहीं रात्रि में गुजरात नाइट सांस्कृतिक संध्या हुई। प्रदेश के उच्च शिक्षा व गृह राज्यमंत्री राजेन्द्र यादव ने भी जम्बूरी स्थल पर पहुंच कर स्काउट-गाइड का हौसला बढ़ाया। 
संस्कृतियों का संगम देख अभिभूत हुए राज्यमंत्री।
जम्बूरी में गृह एवं उच्च शिक्षा राज्यमंत्री  राजेन्द्र यादव भी पहुंचे। इस दौरान यादव के मुख्य आतिथ्य में मंचीय कार्यक्रम हुआ। स्काउट स्टेट चीफ कमिश्नर निरंजन आर्य ने स्वागत करते हुए जम्बूरी की जानकारी दी। राज्यमंत्री यादव ने जम्बूरी की व्यवस्थाओं ओर शिविरार्थी के अनुशासन की प्रशंसा की। रोहट प्रधान  सुनीता कंवर, समाजसेवी महावीरसिंह सुकरलाई भी बतौर अतिथि मौजूद रहे। जम्बूरी कॉर्डिनेटर टीकमचंद बोहरा ने आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम के बाद यादव ने राजस्थान, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड आदि राज्यों के केम्प में पहुंचकर व्यवस्था देखी। शिविरार्थियों से संवाद किया। इस दौरान शिविरार्थियों ने जम्बूरी की व्यवस्थाओ को उत्कृष्ट बताया। 
विकास प्रदर्शनी का अवलोकन।
राज्यमंत्री यादव ने जम्बूरी स्थल पर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से आयोजित विकास प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
ग्रामीण परिवेश से हुए रूबरू।
जम्बूरी में नाइट हाइक गतिविधि भी शुरू हुई। इसके तहत स्काउट-गाइड के विभिन्न दल गठित कर उन्हें आसपास के गांवों में भेजा जाता है। ये दल वहां पहुंच कर ग्रामीण परिवेश से रूबरू होते हैं और आमजन को शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता आदि के प्रति जागरूक करने का प्रयास करते हैं। राज्यमंत्री यादव, स्टेट चीफ कमिश्नर आर्य सहित अन्य अतिथियों ने हरी झंडी दिखाकर दलों को नाइट हाइक के लिए रवाना किया। 
दिन की शुरुआत शारीरिक व्यायाम से।
जम्बूरी मे दिन की शुरुआत शारीरिक गतिविधियो से हुई। इसमें सभी स्काउट गाइड को स्काउट्स संस्थापक ब्रेडन पॉवेल की ओर से प्रतिपादित 6 तरह के व्यायाम कराए गए। इसके पश्चात सभी राज्यों के शिविरों में ध्वजारोहण हुआ। स्काउट अधिकारियों ने अलग अलग केम्पस में पहुंचकर निरीक्षण किए। वहीं शारीरिक, बौद्धिक एवं मनोरंजन गतिविधियां भी आयोजित हुई। 
बैंड की धुनों ने भरा जोश।
राष्ट्रीय जंबूरी के शानदार आगाज के बाद बैण्ड प्रतियोगिता शुरू हुई।  प्रथम प्रदर्शन उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा किया गया । इस प्रतियोगिता में विभिन्न रंग बिरंगे वेशभूषा के साथ 25 से अधिक बैण्ड दल के स्काउट व गाइडों ने अपने चेहरों पर मुस्कुराहट बिखेरते हुए अपने ओजस्वी आवाज में बैण्ड कमान्ड किया। इसी प्रकार गाइड्स की लीडर ने भी बैण्ड का नेतृत्व करते हुए अपने नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया।प्रतियोगिता में बैण्ड दल ने जनरल सैल्यूट, स्लो मार्चिंग, राष्ट्रगान धुन, देशभक्ति गान धुन को बड़े ही सुर ताल में प्रस्तुत करने के साथ ही सामूहिक रूप से मार्चिंग का प्रदर्शन किया। इससे पूरे जम्बूरी स्थल पर जोश और उत्साह का संचार सा हो गया। 
मरूभूमि की वीरांगनाओं का सम्मान।
जम्बूरी में विविध आयोजनों की शृंखला में मरुभूमि के शहीदों को भी नमन किया गया। इसके तहत मरूभूमि के शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनकी वीरांगनाओं को स्मृति चिन्ह भेंट कर और शॉल ओढ़ाकर सम्मनित किया। 
शहर से दूर बसा अस्थाई शहर देख कर हुए रोमांचित।
जम्बूरी में 5 से 7 जनवरी तक निर्धारित समय के लिए आमजन के भ्रमण की व्यवस्था रखी गई है। इसमें पूर्व में पंजीयन करा चुके लोगों के अलावा जम्बूरी स्थल पर भी आधारकार्ड जमा लेते हुए हाथों हाथ विजिटर्स पास जारी करने की व्यवस्था रखी गई है। पहले दिन ही लोगों में अपार उत्साह देखा गया। प्रदेश सहित देश भर से आए लोग शहर से दूर बसे इस अस्थाई शहर को देखकर रोमांचित हो उठे।
गुजरात नाइट।
जम्बूरी में गुरुवार रात सांस्कृतिक संध्या में गुजरात नाइट मनाई गई। इसमें गुजरात से आये स्काउट-गाइड गरबा सहित परंपरा लोक नृत्य एवं गीतों की प्रस्तुति दी।