चित्तौड़गढ़-गोपाल चतुर्वेदी।
चित्तौड़गढ़ मुख्यालय पर निंबाहेड़ा मार्ग पर सबसे बड़ी सब्जी मंडी इन दिनों अतिक्रमण का पर्याय बन चुकी है। जिसमें मंडी परिसर में व्यवसाय कर रहे होलसेल सब्जी और फल विक्रेता मंडी परिसर की बेशकीमती जमीन पर अवैध तरीके से अतिक्रमण कर रहे हैं। इसके साथ ही किसानों के लिए बनाया गया प्लेटफार्म भी अब होलसेल विक्रेताओं के कब्जे में आ गया है। जिसके कारण किसानों को अपनी उपज रखने के लिए स्थान तक नहीं मिल रहा है। मंडी प्रशासक अतिरिक्त जिला कलेक्टर और मंडी प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ में संचालित हो रही बड़ी होलसेल सब्जी मंडी में वर्तमान में कुल 36 लाइसेंस वाले सब्जी और फल विक्रेता है।लेकिन इस सब्जी मंडी में अवैध तरीके से वर्तमान में 100 से अधिक व्यापारी अपना व्यवसाय कर रहे हैं।
जिसमें कई होलसेल व्यापारी एक लाइसेंस पर 4 से अधिक लोगों को बिठाकर अवैध तरीके से जगहों पर कब्जा कर बैठे हैं। और इस परिसर मे किसानों के लिए बनाए गए प्लेटफार्म पर अतिक्रमण करके कब्जा कर बैठे हैं। मंडी प्रशासन को इस पूरे मामले की जानकारी होने के बाद भी मंडी को अतिक्रमण से मुक्त करवाने के लिए किसी प्रकार का ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। इस मामले में कुछ दिनों पूर्व मंडी प्रशासक अतिरिक्त जिला कलेक्टर से भी मामले के बारे में जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो उन्होंने मामले की जानकारी नहीं होने की बात कही। वही आज सवेरे भी जब सब्जी मंडी का जायजा लिया तो वहां पर लैपटॉप से करीब 10 फीट बाहर होलसेल व्यापारी अतिक्रमण कर बैठे। जब इसके बारे में मंडी सचिव संतोष मोदी को मामले की जानकारी दी गई उन्होंने मौके पर पहुंचकर तुरंत प्रभाव से अतिक्रमण कर रहे व्यापारियों को टीन शेड हटाने के लिए निर्देशित किया। कुछ अवैध तरीके से व्यापार कर रहे व्यापारियों ने इसका विरोध भी किया। लेकिन मंडी सचिव ने उन्हें लाइसेंस निरस्तीकरण के लिए भी आगाह किया। मंडी सचिव संतोष मोदी ने बताया कि कई बार इस अतिक्रमण को हटाने के लिए व्यापारियों को निर्देशित किया गया है लेकिन व्यापारी अतिक्रमण नहीं हटा रहे हैं। अब उन्होंने सभी व्यापारियों को चेतावनी दी है कि अगर लाइसेंस के अतिरिक्त जो भी व्यवसाय यहां पर व्यापार करेंगे उन्हें हटाने की कार्रवाई की जाएगी।