नागौर ब्यूरो रिपोर्ट।
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि नौजवानों के भविष्य की चिंता हम सबको है। सच बताता हूं, जब भी खबर पढ़ता हूं कि हमारे प्रदेश में कभी पेपर लीक हो गए, कभी परीक्षा कैंसिल हो गई तो मन आहत होता है। पीड़ा होती है। पायलट नागौर के परबतसर में किसान सम्मेलन में कहा कि गांव का नौजवान अगर परीक्षा की तैयारी करता है तो उसके माता-पिता को कितनी तकलीफ उठानी पड़ती है? कहां से वह ट्यूशन के पैसे लाते हैं, कहां से वह किताबों के पैसे लाते हैं। दिन-रात मेहनत करता है। विपरीत हालात में परीक्षा की तैयारी करता है। उन्होंने कहा कि गांव का नौजवान जब विपरीत हालात में पढ़ाई करके परीक्षा देता है, ऐसे में जब पेपर लीक होने के मामले सामने आते हैं तो सच में मन बहुत आहत होता है। मैं उम्मीद करता हूं कि ये जो छोटी मोटी दलाली करते हैं। बजाय इनके सरगना को पकड़ना चाहिए। क्योंकि इस देश का नौजवान अगर सही रास्ते पर नहीं चलेगा। उसे उसकी मेहनत का फल नहीं मिलेगा। उसके विश्वास में कमी आ जाएगी तो यह हमारे देश और प्रदेश के लिए अच्छा संकेत नहीं है।सचिन पायलट ने कहा कि पिछले चुनावों में कांग्रेस के 21 विधायक रह गए थे, बीजेपी 163 सीटें जीतकर आई थी। पांच साल मेरी कोशिश रही कि हर कार्यकर्ता तक पहुंच सकूं। हर सीमा, हर खाई को पार कर सकें। मैं किसी के खुशी के माहौल में नहीं पहुंचा, लेकिन दुख के माहौल में जरूर शामिल हुआ। पायलट ने कहा कि पांच साल में पदयात्रा, घेराव किए। हमने धरने दिए, लाठियां खाईं। तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के क्षेत्र में बारां से झालावाड़ तक हमने किसान न्याय यात्रा निकाली। उस समय किसान की मदद नहीं हो पा रही थी। मेरी यात्रा के बाद वसुंधरा राजे को किसानों की मांगें माननी पड़ी थीं। पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि किसान आंदोलन खत्म हो गया। केंद्र सरकार किसानों के आगे झुकी, लेकिन उनकी मांगें अब भी पूरी नहीं की हैं। इसलिए किसान सम्मेलन के जरिए हम केंद्र से मांग करते हैं कि एमएसपी पर फसल खरीद का कानून बनाया जाए। किसान को जहां जरूरत पड़ेगी। वहा खड़ा रहूंगा। पायलट ने कहा कि आज से 12 साल पहले जब केंद्रीय मंत्री था। मुझे वीर तेजाजी पर डाक टिकट जारी करने का सौभाग्य मिला था। पहले कई केंद्रीय मंत्री रहे, लेकिन यह अवसर मुझे मिला। आज खरनाल में तेजाजी के दर्शन करने जा रहा हूं।उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हमारे नौजवानों और किसानों के साथ खिलवाड़ कर रही है। अग्निवीर बनकर सेना में भर्ती होने वाले नौजवानों की चार साल बाद छुट्टी कर देंगे। किसानों के बच्चे फौज में भर्ती होते हैं। उद्योगपतियों के नहीं। पायलट ने कहा कि मुझे ताकत देनी है तो परबतसर विधायक रामनिवास गावड़िया जैसे नेताओं के हाथ मजबूत कीजिए। राजनीति में बहुत सारे नेता हैं, जितने जिले उतने ही नेता हैं, लेकिन जो जुबान का पक्का हो ऐसे लोगों की पहचान करनी है। हम जाति, बिरादरी से बाहर निकलकर एक हो जाएंगे तो आने वाला समय हमारा होगा।