जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
दिव्यांगजनों को विभिन्न प्रकार की सेवाएं एवं सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य में प्रथम कंपोजिट रीजनल सेंटर की स्थापना जामडोली, जयपुर में की जाएगी। इस संबंध में केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार के मध्य समझौता पत्र करार किया गया।सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली की उपस्थिति में केंद्र सरकार और राज्य सरकार के मध्य समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किये गये। केंद्र सरकार की ओर से मनीष वर्मा, निदेशक राष्ट्रीय दृष्टिबाधित दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान, देहरादून एवं राज्य सरकार की ओर से डॉ समित शर्मा, शासन सचिव सामाजिक न्याय अधिकारिता ने हस्ताक्षर किए।टीकाराम ने बताया कि एमओयू के पश्चात अस्थाई रूप से कंपोजिट रीजनल सेंटर का संचालन भारत सरकार द्वारा किया जाएगा। शीघ्र ही राज्य सरकार द्वारा कंपोजिट रीजनल सेंटर के स्थाई संचालन हेतु भूमि केंद्र सरकार को उपलब्ध करवाई जाएगी और चिन्हित भूमि पर भारत सरकार द्वारा कंपोजिट रीजनल सेंटर के भवन का निर्माण करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस केंद्र के संचालन से राज्य के दिव्यांगजन लाभान्वित होंगे। दिव्यांगजनों को इस केंद्र से निःशुल्क कृत्रिम अंग एवम् उपकरण की सुविधा होगी। इस केंद्र के माध्यम से दिव्यांग जनों को चिन्हित करना, फिजियोथैरेपी, ऑक्यूपेशनल थेरेपी इत्यादि की सुविधाएं भी निशुल्क प्रदान की जाएगी। साथ ही साथ दिव्यांगजनों को यूडीआईडी कार्ड जारी करवाने में भी इस केंद्र की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।