जैसलमेर-मनीष व्यास।
जैसलमेर में पहली बार नारी शक्ति के बहु आयामी सशक्तिकरण, आर्थिक उत्थान एवं सामाजिक सुरक्षा को लेकर जिला कलक्टर टीना डाबी द्वारा शुभारंभ किया गया नवाचार ‘‘जैसाण शक्ति’’ लेडिज फस्ट जिले मेें रंग ला रहा है। महिला स्वास्थ्य को लेकर शुरू हुए नवाचार में जिला कलक्टर के निर्देशो पर मंगलवार को जिले के सभी उप स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, जिला एवं उप जिला अस्पतालों में विशेष अभियान चलाया गया। इसके तहत् बालिकाओं एवं महिलाओं के हिमोग्लोबिन की जांच की गई। इस अभियान के प्रति महिलाओं एवं बालिकाओं ने उत्साह दिखाई एवं हिमोग्लोबिन की जांच कराई। जिला कलक्टर ने बताया कि इस अभियान की शुरूआत महिला स्वास्थ्य को लेकर पूरे जिले में एक साथ सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर की जाकर महिलाओं एवं बालिकाओं के हिमोग्लोबिन की जांच की गई। जिले में विशेष अभियान के तहत पहले चरण में लगभग 20 से 25 हजार महिलाओं एवं बालिकाओं की हिमोग्लोबिन जांच की गई। जिला कलक्टर ने बताया कि आगामी 8 मार्च तक जिले की शत प्रतिशत महिलाओं एवं बालिकाओं के रक्त की जांच कर दी जायेगी। उन्होंने बताया कि मंगलवार को सायं नगर परिषद् जैसलमेर में लगभग 100 महिला सफाईकर्मीयों की हिमोग्लोबिन जांच की जायेगी। जिला कलक्टर टीना डाबी ने बताया कि ‘‘जैसाण शक्ति’’ अभियान का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं के सुरक्षित जन्म एवं शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ ही महिलाओं को स्वास्थ्य, सामाजिक, आर्थिक रूप से सशक्त करना है।
जिला कलक्टर ने किया निरीक्षण।
जिला कलक्टर डाबी ने विशेष अभियान के तहत उप स्वास्थ्य केन्द्र अमर सागर, कनोई, दामोदरा, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सम का निरीक्षण कर चिकित्सकों एवं एएनएम द्वारा बालिकाओं एवं महिलाओं के लिए किये जा रहे हिमोग्लोबिन जांच की व्यवस्था का जायजा लिया एवं महिलाओं व बालिकाओं से कहा कि उनके शरीर में खून की कितनी मात्रा है, उसकी जांच के लिए यह अभियान चलाया है। इस अभियान में जिन बालिकाओं एवं महिलाओं में खून की कमी होगी उनको खून बढ़ाने के लिए आवश्यक उपचार व परामर्श दिया जायेगा। उन्होने महिलाओं एवं बालिकाओं से संवाद भी किया। महिलाओं ने इस अभियान के प्रति जिला प्रशासन की तारीफ की।
पर्यवेक्षण अधिकारियों ने स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण कर जांच व्यवस्था का लिया जायजा।
जिला कलक्टर ने बताया कि इस अभियान के तहत सभी स्वास्थ्य केन्द्रों को 200-200 बालिकाओं-महिलाओं के हिमोग्लोबिन की जांच का लक्ष्य दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस इस अभियान के सफल संचालन एवं प्रोहत्सान के लिए 13 अधिकारी भी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर पर्यवेक्षण के लिए लगाये गये।इन पर्यवेक्षण अधिकारियों ने भी उन्हे आवंटित स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण कर हिमोग्लोबिन जांच व्यवस्था को देखी। सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर उत्साह के साथ बालिकाओं एवं महिलाओं ने अपने खून की जांच करवाई गई।जिला कलक्टर के निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एल. बुनकर, उप निदेशक महिला अधिकारिता अशोक कुमार गोयल भी उपस्थित थे।
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