श्रीगंगानगर-राकेश मितवा।
सेठ जीएल बिहाणी सनातन धर्म शिक्षा ट्रस्ट तथा आरडी बर्मन फैन्स क्लब संस्था (आरडीबीएफसी) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हो रही गायन प्रतियोगिता द वॉयस ऑफ श्रीगंगानगर का पहला ऑडिशन एसडी पीजी कॉलेज के प्रांगण में संपन्न हुआ। प्रतियोगिता में शामिल होने के लिये जिलेभर से लगभग 600 बच्चों, युवक व युवतियों ने आवेदन किया था। इस दौरान एसडी कॉलेज प्रांगण में प्रतिभागियों की भारी भीड़ रही। व्यवस्था बनाये रखने के लिये आरडीबीएफसी द्वारा अलग-अलग काउंटर बनाये गये थे। कार्यक्रम में सेठ जीएल बिहाणी सनातन धर्म शिक्षा ट्रस्ट के अध्यक्ष जयदीप बिहाणी, एसडी लॉ पीजी कॉलेज प्रबंध समिति के सचिव विमल बिहाणी, ट्रस्ट के निदेशक (अकादमिक) डॉ. एमएल शर्मा, उप निदेशक (अकादमिक) कमलजीत सिंह सूदन, प्राचार्य डॉ. वरुण माहेश्वरी आदि ने शिरकत की और प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। आरडीबीएफसी के संस्थापक शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि ‘द वॉयस ऑफ श्रीगंगानगर’ के लिये जिले के युवक-युवतियों में भारी उत्साह देखा गया। काउंटर पर फार्म चैक कर प्रतिभागियों के टेग नंबर लगाये गये। वहां से ऑडिशन देने के लिये एक-एक करके ऑडिशन रूम में भेजा गया। ऑडिशन के लिये चार साउंड रूम बनाये गये थे, जिनमें आठ निर्णायकों ने प्रतिभागियों को सुना। चौहान ने बताया कि 9-17 आयु वर्ग (पुरुष) के लिये अंजू बोरड़ व गौरीशंकर बंसल व 18-25 आयु वर्ग के लिये दौलत अनपढ़ व आशा सोबती निर्णायक रहे। इसी प्रकार 9-17 आयु वर्ग (महिला) के लिये पूर्ति जैन व दिलीप माथुर तथा 18-25 आयु वर्ग के लिये शालीनी तंवर व सुभाष शर्मा ‘गोगी’ ने निर्णायक की भूमिका अदा की। चौहान ने बताया कि ऑडिशन के बाद सफल प्रतिभागियों को प्रतियोगिता के अगले राउंड में बुलाया जाएगा, जो पांच जनवरी को एसडी पीजी कॉलेज के प्रांगण में स्थित सेठ सुशील कुमार बिहाणी ऑडिटोरियम में होगा। ‘द वॉयस ऑफ श्रीगंगानगर’ का खिताब जीतने वाले विजेता को नकद पुरस्कार के साथ नामी बॉलीवुड सिंगर के साथ गाना गाने का मौका मिलेगा। आरडीबीएफसी द्वारा विजेता का गीत भी रिकॉर्ड किया जाएगा। उप विजेताओं को भी आकर्षक पुरस्कार मिलेंगे।