जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने कहा कि लोकतान्त्रिक व्यवस्थाओं पर गम्भीर चिन्तन करने के प्रभावशाली मंच अखिल भारतीय विधानमंडलों के पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन के 83 वें संस्करण की महत्वपूर्ण गतिविधियों, चर्चा के विषयों, सम्मेलन को अविस्मरणीय बनाने के लिए की गई बेहतर व्यवस्थाओं और प्रमुख तथ्यों के बारे में जानकारी दी।विधानसभा अध्यक्ष ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहां कि राजस्थान विधानसभा में 11 व 12 जनवरी को आयोजित होने वाले इस सम्मेलन में उद्घाटन के पश्चात दो सत्रों में जी-20 में लोकतन्त्र की जननी भारत का नेतृत्व, संसद एवं विधानमंडलों को अधिक प्रभावी, उत्तरदायी एवं उत्पादकतायुक्त बनाने की आवश्यकता, डिजिटल संसद के साथ राज्य विधानमंडलों का संयोजीकरण और संविधान की भावना के अनुरूप विधायिका और न्यायपालिका के बीच सामंजस्यपूर्ण संबंध बनाये रखने की आवश्यकता पर सार्थक चर्चा होगी। इस सम्मेलन का उद्घाटन 11 जनवरी को प्रात: 10:30 बजे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और अध्यक्ष, लोकसभा ओम बिरला करेंगे। जोशी ने कहा कि 83वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन के दौरान 12 जनवरी को राजस्थान विधानसभा में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा। पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित इस सांस्कृतिक संध्या में राज्य के प्रख्यात 200 लोक कलाकारों द्वारा लोक संगीत प्रस्तुत किया जाएगा। राज्य के विभिन्न भागों के लोक कलाकार मीराबाई की भक्ति, सूफियाना और लंगा मांगणियारों की परम्परा को लोक संगीत के माध्यम से प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने कहा कि सम्मेलन में भाग लेने के लिए अभी तक 21 अध्यक्ष, 12 उपाध्यक्ष, 6 चैयरमेन और 4 डिप्टी चैयरमेन की स्वीकृति राजस्थान विधानसभा को प्राप्त हो गई है। विधानसभा अध्यक्ष डॉ जोशी ने कहा कि पीठासीन अधिकारियों के साथ राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया भी समारोह में भाग लेंगे।
विधानमंडलों के सचिवों का 59 वां सम्मेलन भी जयपुर में।
पीठासीन अधिकारियों के साथ ही विधानमंडलों के सचिवों का 59 वां सम्मेलन भी जयपुर में हो रहा है। सचिवों का सम्मेलन 10 जनवरी को होटल मेरियट में होगा। विधानसभा के प्रमुख सचिव महावीर प्रसाद शर्मा ने बताया कि इसमें 29 विधानसभाओं के सचिवगण के आने की सूचना राजस्थान विधानसभा को मिल गई है। इन सम्मेलनों में देश के सभी राज्यों से अधिकारीगण आयेंगे। इनको राजस्थान की संस्कृति, कला और पर्यटन को दिखाने के लिए 13 जनवरी को भ्रमण कार्यक्रम रखा गया है। तीन दलों में यह अधिकारी रणथम्भोर, अल्बर्ट हॉल और आमेर सहित विभिन्न पर्यटन स्थलों का अवलोकन करेंगे।
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