जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
2 करोड़ रुपए की रिश्वत मांगने के प्रकरण में जयपुर एसीबी द्वारा अजमेर से गिरफ्तार की गई एसओजी की एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल को राजस्थान एसओजी सम्मानित करने जा रही थी। हालांकि जब दिव्या मित्तल को गृ​ह विभाग ने निलंबित किया, तब जाकर नाम हटाया गया। आपको बता दे, कि राजस्थान एसओजी की ओर से सम्मानित किए जाने वाले अधिकारियों की एक सूची 18 जनवरी को जारी की गई। जिसमें 20वें नंबर पर दिव्या मित्तल का नाम अंकिता था। 16 जनवरी को एसीबी द्वारा अजमेर से दिव्या मित्तल को गिरफ्तार किए जाने के बाद भी 18 जनवरी को एसओजी मुख्यालय द्वारा जारी की गई सूची में दिव्या मित्तल का नाम शामिल होने पर पुलिस महकमे में भी खलबली मची। भ्रष्टाचार के बड़े मामले में लिप्त होने के बावजूद भी दिव्या मित्तल का नाम सम्मानित किए जाने वाले अधिकारियों की सूची में देखकर पुलिस मुख्यालय में भी हड़कंप मच गया। पुलिसकर्मियों द्वारा ही इस सूची को सोशल मीडिया पर वायरल किया जाने लगा, जिसके बाद 19 जनवरी को मुख्यालय से संशोधित सूची जारी करते हुए दिव्या मित्तल का नाम सम्मानित किए जाने वाले अधिकारियों की सूची में से हटाया गया। एसओजी मुख्यालय से 19 जनवरी को जो आदेश जारी किए गए, उसमें इस बात का जिक्र किया गया कि एसीबी द्वारा 16 जनवरी को दिव्या मित्तल को गिरफ्तार किया गया। जिस पर प्रमुख शासन सचिव गृह विभाग राजस्थान ने दिव्या मित्तल को 16 जनवरी से निलंबित करने के आदेश दिए हैं। गृह विभाग द्वारा दिव्या मित्तल को निलंबित किए जाने के चलते एसओजी द्वारा 18 जनवरी को अधिकारियों को सम्मानित करने के लिए जारी की गई सूची में से दिव्या मित्तल का नाम हटाया जाता है। हालांकि एसओजी ने गृह विभाग द्वारा जारी निलंबन आदेश का हवाला देकर सूची में से दिव्या मित्तल का नाम तो हटा दिया, लेकिन 18 जनवरी को जो सूची जारी की गई उसे लेकर अब पूरे पुलिस महकमे में एसओजी की किरकिरी हो रही है।