जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
कांग्रेस ने शुक्रवार को 88 और ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी है। तीन दिनों में अब तक 400 में से 188 ब्लॉकों में अध्यक्ष बना दिए गए हैं। कांग्रेस में अब तक जारी हुई सूची का विश्लेषण किया जा रहा है। इस लिहाज से अब तक जिन ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति की गई है, उनमें ज्यादातर वो ही नाम शामिल हैं जो विधायकों, मंत्रियों या उस इलाके के बड़े नेताओं ने दिए थे। खास बात यह है कि पहली 100 की सूची में वो सभी ब्लॉक शामिल थे, जहां किसी तरह का कोई विवाद नहीं था। दूसरी सूची में समझाइश से सहमति बना ली गई है। एक और सूची जल्दी ही जारी हो सकती है। 100 से 150 ब्लॉक ऐसे हैं, जहां ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति करने से पहले मशक्कत करनी पड़ेगी।कांग्रेस ने ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति में देरी जरूर की है, लेकिन इससे कांग्रेस में सक्रियता बढ़ेगी। हालांकि भाजपा की तैयारियों तक पहुंचने के लिए कांग्रेस को अभी कई गुना ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी। कांग्रेस विश्लेषकों का मानना है कि विधायकों और मंत्रियों की सिफारिशों पर बनाए गए ब्लॉक अध्यक्ष अपने नेताओं के लिए काम शुरू कर देंगे। इसके मायने यह है कि जिन नेताओं की सिफारिशों पर इनकी नियुक्तियां की गई है, वे चुनाव लड़ सकते हैं और टिकट की दावेदारी कर सकते हैं। वैसे भी मौजूद विधायक और मंत्री दावेदारी तो करेंगे ही। ब्लॉक कमेटियां उनके अधीन हो जाएगी तो उनकी ताकत बढ़ेगी भी। वैसे भी अभी तक नियुक्तियों में किसी तरह का विवाद सामने नहीं आया है। अभी 214 ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति की जानी है। इनमें से 60 से 70 ब्लॉकों की सूची जल्दी आ सकती है, लेकिल 100 से 150 ब्लॉक हैं, जहां नेताओं के बीच विवाद है, उन क्षेत्रों की सूची जारी होने में समय लग सकता है।
अब ब्लॉक कमेटियां और बूथ कमेटी बनेगी।
कांग्रेस में चुनावों से पहले अब ब्लॉक कमेटियां बनाने का काम शुरू हो गया है। ब्लॉक अध्यक्ष अपने नेताओं की मदद से कमेटियां बनाएंगे। फिर जिला टीम और ब्लॉक टीम मिलकर बूथ कमेटियां बनाएंगे। कांग्रेस में इन नियुक्तियों में काफी देर हो चुकी है। अप्रैल तक पार्टी में सभी नियुक्तियां पूरी नहीं हुई तो और देर हो जाएगी। भाजपा अपना बूथ लेवल से लेकर पन्ना प्रमुख तक का काम पूरा कर चुकी है। उन्होंने मतदाताओं से मिलना जुलना भी शुरू कर दिया है। यही वजह है कि कांग्रेस को अभी बहुत काम करना बाकी है।
ब्लॉक अध्यक्षों के बाद जिलाध्यक्षों की होगी नियुक्ति।
सूत्रों के मुताबिक ब्लॉक अध्यक्षों के बाद जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की जानी है। बताया गया है कि राज्य में कांग्रेस के करीब 13 से 15 जिलाध्यक्षों की नियुक्ति होनी है। इन सभी जगहों पर अभी निवर्तमान जिलाध्यक्ष ही काम कर रहे हैं। इनमें ज्यादातर मेवाड़ अंचल के जिलाध्यक्षों की नियुक्ति बाकी है। इसके लिए भी मशक्कत की जा रही है। ब्लॉक पूरे होने के बाद जिलाध्यक्षों की नियुक्ति होगी।