अजमेर ब्यूरो रिपोर्ट।
ख्वाजा गरीब नवाज के 811वें उर्स मेले में शरीक होने आ रहे पाक जायरीन के जत्थे को इस बार दिल्ली में नहीं रोका जाएगा। हर बार दिल्ली में जायरीन का जत्था रुकता है। अटारी से बॉर्डर क्रॉस करके पाक जायरीन अमृतसर पहुंचते हैं, यहां से स्पेशल ट्रेन से सुबह दिल्ली पहुंचते हैं। दिल्ली से शाम को रवाना होकर अजमेर पहुंचते हैं, लेकिन इस बार अमृतसर से सीधे अजमेर पहुंचेंगे। दिल्ली में ठहराव नहीं होगा। जिला कलक्टर को केंद्र सरकार की ओर से मिली सूची में 489 पाक जायरीन के उर्स में शरीक होने की जानकारी दी गई है। हर बार दिल्ली से पाक जायरीन को लेने के लिए अजमेर से जीआरपी स्टाफ और इंटेलिजेंस का स्टाफ दिल्ली जाता है। यहां तक अमृतसर पुलिस और खुफिया एजेंसियों की निगरानी में इन्हें लाया जाता है। लेकिन इस बार अमृतसर पुलिस और खुफिया एजेंसियों की निगरानी में पाक जत्था अजमेर तक आएगा। अजमेर आने का हमेशा समय अलसुबह करीब 5 बजे का रहता है। मालूम हो कि पाक जायरीन के पास ट्रांजिट वीजा होता है, जिसमें उन्हें सिर्फ दरगाह शरीफ तक आने जाने की अनुमति होती है। उर्स में आने वाले पाकिस्तानी जायरीनों को सेंट्रल गर्ल्स स्कूल में ठहराया जाएगा। प्रशासन की ओर से 400 से 500 जायरीनों के ठहरने की व्यवस्था यहां की जा रही है। अभी तक यही सूचना है कि 489 जायरीनों के आने की उम्मीद है। कारण 20 कमरे यहां रिजर्व रखे गए हैं। प्रशासन ने 10 कमरे अतिरिक्त भी तैयार करवाए हैं। यदि 400 से अधिक जायरीन आते हैं तो दूसरे कमरे भी खोल दिए जाएंगे। कम जायरीन आते हैं तो इन कमरों का उपयोग सीआईडी, सीबीआई व पुलिसकर्मियों सहित यहां सुरक्षा व चिकित्सा में लगे स्टाफ को मुहैया करवाए जाएंगे। यहां नगर निगम की टीम साफ सफाई के काम में लगी हुई थी। कमरों में रंग रोगन का कार्य करवाया जा रहा था। सेंट्रल गर्ल्स स्कूल में केंद्रीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय और राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय दिल्ली गेट दोनों स्कूलों में अवकाश रहेगा। तोपदड़ा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पुलिस का अतिरिक्त जाप्ता ठहराया जाएगा। इस कारण तीनों ही विद्यालय के तकरीबन तीन हजार से अधिक विद्यार्थियों की अब कम से कम दस दिन की छुट्टी रहेगी। इस दौरान शिक्षकों का भी अवकाश रहेगा।