श्रीगंगानगर-राकेश मितवा।
स्वास्थ्य विभाग की अहम कड़ी आशा सहयोगिनियां राज्यस्तर पर आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेकर वापिस श्रीगंगानगर पहुंची। जयपुर में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिले की 80 आशा सहयोगिनियां आशा प्रभारी रायसिंह सहारण के नेतृत्व में शामिल हुईं। इन्हें जिलास्तर से आरसीएचओ डॉ. गिरधारी लाल मेहरड़ा, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. करण आर्य, डीपीएम विपुल गोयल व सीओआईईसी विनोद बिश्रोई ने हरी झंडी दिखाकर बसों के जरिए रवाना किया। प्रशिक्षण से लौटीं आशाएं उत्साहित दिखीं और कहा कि वे पहले से अधिक बेहतर कार्य कर सकेंगी। सीएमएचओ डॉ. मनमोहन गुप्ता ने बताया कि राज्यस्तर पर जिले की 80 आशाओं को प्रशिक्षण के लिए भेजा गया। जिनमें हर खण्ड की दो ऐसी आशाओं का चयन किया गया जो सबसे अधिक मानदेय ले रही हैं और आठ ऐसी आशाओं का चयन किया गया जो सबसे कम मानेदय ले रही हैं। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य मानेदय के बीच इस दूरी को कम करते हुए आशाओं द्वारा किए जाने वाले कार्यों की गुणवत्ता में सुधार करना है।प्रशिक्षण में कार्यों व सेवाओं की एवज में मिलने वाले मानदेय की गणना करना, किस कार्य के लिए क्या मानदेय है और कैसे उसे हासिल किया जा सकता है आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, मलेरिया, टीबी, परिवार कल्याण, आरबीएसके, वीएचएनसी, एचबीवाईसी आदि कार्यक्रमों के बारे में चर्चा करते हुए बेहतर कार्य के लिए प्रोत्साहित किया गया। जिले की वंचित आशाओं को ऑनलाइन जोडक़र प्रशिक्षण दिया गया। आखिर में प्रशिक्षण में शामिल हुई आशा सहयोगिनियों को सर्टिफिकेट दिया गया। प्रशिक्षण में आने-जाने, ठहरने आदि की संपूर्ण व्यवस्था राज्य सरकार की ओर से की गई। राज्यस्तर पर कार्यक्रम अधिकारी राजेंद्र भाखर, प्रियंका राठौड़, पीओ दिनेश सैनी आदि ने प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफल बनाते हुए आशाओं को प्रशिक्षित किया।
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