करौली ब्यूरो रिपोर्ट।
जिला कलक्टर अंकित कुमार सिंह ने कहा कि समस्त विभागीय अधिकारी जिला स्तरीय जन सुनवाई एवं जन अभियोग सतर्कता समिति में दर्ज प्रकरणों को प्राथमिकता एवं गंभीरता से लेते हुये शीघ्रता से निस्तारण करें। उन्होने कहा कि छोटे छोटे प्रकरणों को अपने स्तर पर ही निस्तारण करे ताकि जिला स्तर पर प्रकरण नही आयें। उन्होंने सतर्कता समिति में कुल दर्ज 12 प्रकरणों की सुनवाई की एवं 7 प्रकरणों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। उन्होने जिला स्तरीय जनसुनवाई के गत 10 प्रकरणों पर विचार विमर्श करते हुए 5 प्रकरणों का मौके पर ही निस्तारण किया।जिला स्तरीय जनसुनवाई के 16 नवीन प्रकरण दर्ज किये गये जिसके निराकरण के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये गये।जिला कलेक्टर ने गुरूवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार मे आयोजित जिला स्तरीय जन सुनवाई व जन अभियोग सतर्कता समिति की बैठक मे समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होंने राजस्थान संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों, मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त प्रकरण, मानवाधिकार आयोग से प्राप्त प्रकरण, ग्राम पंचायत, उपखंड स्तर एवं जिला स्तर पर जनसुनवाई के दौरान दर्ज प्रकरणों का प्राथमिकता से निस्तारण करते हुए समय पर रिपोर्ट भिजवाने के निर्देश दिये जिससे परिवादी को समय पर राहत मिल सके। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर मुरलीधर प्रतिहार, सहायक कलेक्टर यशवंत मीना, मुख्य कार्यकारी अधिकारी महावीर प्रसाद नायक, कोषाधिकारी भरतलाल मीना, सीडीपीओ सुशीलादेवी, सीएमएचओं डॉ दिनेश चंद मीना, सीडीईओ वीरेन्द्र कुमार, एसीपी विनोद मीना, सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी धर्मेन्द्र मीना, सतर्कता शाखा के पवन शर्मा सहित कृषि, विद्युत, शिक्षा, चिकित्सा, पशुपालन सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।