चितौड़गढ़ ब्यूरो रिपोर्ट।
हनी ट्रेप कर एक युवक को फंसाकर 15 लाख रूपये मांगे जाने के मामले में कोतवाली चित्तौड़गढ़ थाना पुलिस ने अजमेर निवासी एक युवती व एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार युवती युवक को दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर 15 लाख रूपये की मांग कर रही थी। पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि शहर चित्तौड़गढ़ निवासी एक युवक को एक युवती द्वारा इन्स्टाग्राम पर मैसेज भेज कर बातो ही बातो में उलझा कर दोस्ती की तथा स्वयं को मुसीबत में फंसा बताकर युवक से 21 जनवरी को 5 हजार रूपये पेटीएम के द्वारा ले लिए। उसके बाद निरंतर मैसेज करती रही। युवक के किसी काम से अजमेर जाने पर उसकी मुलाकात आशा माली नामक लडकी से 28 जनवरी को पहली बार हुई। जहां वह उसे उसके फ्लेट पर उसके माता-पिता व परिवार से मिलाने लेकर गई। जहां उसने चाय में नशीला पदार्थ मिला कर उसे बेहोश कर दिया। उसने उसके साथ क्या किया उसे पता नही। लगभग तीन घन्टे बाद उसे होश आया तो वह उसे अस्पताल ले जाने की बात कहने लगी, लेकिन वह वहां से चितौडगढ के लिये निकल गया।महिला 29 जनवरी को सुबह से फोन कर मिलने का बार-बार कह रही थी। फिर अचानक दोपहर 4 बजे पर वह चित्तौड़गढ़ कलेक्ट्री चौराहे पर आकर अर्जेन्ट मिलने के लिये बुलाया। युवक कलेक्ट्री चौराहा पहुचा जहा उसके साथ एक आदमी ओर था, जिसका नाम पप्पु बंजारा था। जिसने कलेक्ट्री चौराहे पर ही पन्द्रह लाख रूपये की अवैध वसुली के लिये कह कर दुष्कर्म के झुठे मुकदमे में फंसाने व रुपये नहीं देने पर मरने मारने की धमकी दी।उस युवती ने चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाया जिससे युवक बेहोश हो गया व उसके साथ कुछ गलत कर बता उसके फोटू खींच अपने पास रख लिये। ब्लेकमेलिंग के जरीये अवैध वसुली करने हेतु झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देने के मामले में पुलिस थाना कोतवाली चित्तौडगढ पर प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की गई।प्रकरण की गम्भीरता के मध्यनजर थानाधिकारी थाना कोतवाली चित्तौडगढ के नेतृत्व में टीम का गठन किया जाकर त्वरित कार्यवाही करते हुये आरोपी 67, हरिभाउ उपाध्यय नगर मित्तल हॉस्पीटल अजमेर थाना क्रिष्चियन गंज अजमेर हाल लोहागंज जनाना हॉस्पीटल के पास अजमेर निवासी 32 वर्षीय आशा माली पुत्री स्वं बाबुलाल माली तुन्दवाल व उसके सहयोगी 402, बागरिया बस्ती आजाद नगर थाना क्रिश्चयनगन्ज जिला अजमेर निवासी भगतसिंह उर्फ पप्पु पुत्र मंगल सिंह बन्जारा को गिरफतार किया गया। प्रकरण का अनुसंधान एएसआई सुनील कुमार द्वारा किया जा रहा है।
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