हनुमानगढ़-विश्वाश कुमार
हनुमानगढ़ जिले के परलीका गाँव व एक्स्प्लोरर दल के संस्थापक सुनील स्वामी के नेतृत्व मे पांच दिवसीय हिमालयन ट्रेकिंग में सभी 12 सदस्यों ने लोहाजंग बेसकैम्प से पैदल चलते हुए पहले दिन 8 किमी हिमालय की तीखी व धूलभरी पहाड़ियों की चढ़ाई करते हुए बेकलताल कैम्प साइट पहुंचे।रात्रि में हिमालयी की हाड़ कंपाने वाली तेज़ हवा व स्नोफॉल में बुरांस व देवदार के जंगलों में टेंट लगाकर विश्राम किया। एक्सपीडिशन के अगले दिन 7 किमी चढ़ाई करते हुए बेकलताल से ब्रह्मताल कैम्प साइट पर टैंट लगाकर रात्रि विश्राम किया।तीसरे दिन सभी सदस्यों ने 8 किमी तेज़ हवा व बर्फ में खड़ी चढ़ाई करते हुए 12180 फीट ऊंची चोटी को माइनस 12 डिग्री तापमान में फतह किया।और सभी ने जोश के साथ भारत माता के नारे लगाए।
हिमालय अभियान के चौथे व पांचवें दिन लोहाजंग बेसकैम्प के घने जंगल व अत्यधिक तीखी हवा में वापसी की।हलांकि दो सदस्यों की तबीयत बिगड़ने के कारण उन्हे वापस लौटना पड़ा।
12 सदस्य दल मे हनुमानगढ़ जिले के परलीका गांव से व्याख्याता सुनील स्वामी,शक्ति स्वामी,व्याख्याता राकेश बिश्नोई, प्रधानाचार्य हरीश, मदन, विजय बिश्नोई, पंजाब से पुनीत बिश्नोई, भरतपुर से प्रोफेसर रणजीत शर्मा, अलवर से प्रधानाचार्य मुकेश शर्मा, दिनेश शर्मा, उदयपुर से तेजपाल तुसवाड़ा आदि शामिल रहे। 12 सदस्यीय दल में नन्हा एक्स्प्लोरर 8 वर्षीय हैरंभ तुसवाड़ा भी शामिल रहे।दल के लोकल गाइड आशीष ने सदस्यों को हिमालय की भौगोलिक स्थिति व मानव द्वारा किए जा रहे पर्यावर्णीय नुक़सान के बारे में जानकारी दी।
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