चित्तौड़गढ़-गोपाल चतुर्वेदी।
चितौड़गढ़ जिला मुख्यालय पर विश्व एड्स डे मनाया गया। इस अवसर पर जिला चिकित्सालय परिसर संचालित हो रहे जीएनएम टीसी में एड्स नोडल अधिकारी डॉ अनिश जैन की उपस्थिति में एक सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें युवाओं को एड्स की बीमारी से बचाव सहित इस अन्य जानकारियां दी गई। इसके बारे में जानकारी देते हुए एड्स नोडल अधिकारी डॉ अनिश जैन ने बताया कि वर्ष 1988 से प्रतिवर्ष एक दिसंबर को विश्व एड्स डे मनाया जाता है। इसको मनाने का प्रमुख उद्देश्य इस बीमारी से पीड़ित मरीजों का से ढंग से उपचार के साथ इससे बचाव के लिए किए जाने वाले प्रयासों के बारे में आमजन को जागरूक किया जा सके। उन्होंने बताया कि इस वर्ष विश्व एड्स दिवस कि थीम ´समानता´है के अंतर्गत मार्क किया गया है। उन्होंने बताया कि सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के अनुसार वर्ल्ड ऐड्स डे हर एक व्यक्ति और कम्युनिटी के लिए एक खास अवसर है। जिसमें वह उस हर व्यक्ति को याद करने के साथ उनका सम्मान कर सके। जिन्होंने पूरी दुनिया में इस लाइलाज रोग के कारण अपनी जान गवाई है। उन्होंने बताया कि यदि किसी व्यक्ति के शरीर में एचआईवी एड्स का वायरस है तो वह बिना दवाओं के करीब 3 साल तक जीवित रह सकता है। लेकिन यदि किसी व्यक्ति को एड्स के कारण स्वास्थ्य संबंधी अधिक समस्याएं हो रही है तो वह अपने नजदीकी चिकित्सालय में आकर चिकित्सकों से सलाह लेकर अपना उपचार शुरू करें जो कि सभी चिकित्सालय में निशुल्क है।चित्तौड़गढ़ जिला राजकीय चिकित्सालय में एक अलग से एआरटी सेंटर संचालित किया जा रहा है जिसमें विशेषज्ञ सलाहकार एड्स के मरीजों की जांच कर निशुल्क उपचार कर रहे हैं।जिसमे एड्स नोडल अधिकारी डॉक्टर अनिल जैन, डॉक्टर राकेश भटनागर, डॉ राहुल नारायणीवाल एआरटी काउंसलर वंदना दशोरा, सीमा सिंह धर्मराज प्रजापति, डाटा मैनेजर मंजू राव,अकरम लोहार, फार्मासिस्ट उमेश मेनारिया, एमएन सागर पारीक, एलटी कुलदीप शामिल है।
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