सिरोही ब्यूरो रिपोर्ट।
कहते हैं भक्त व भगवान से श्रद्धा, समर्पण व विश्वास एक सेतु की तरह है। जिसके माध्यम से ही भक्त अपने भगवान तक पहुंचता है। इसी की बानगी रेलवे स्टेशन पर देखने को मिली। जहां भगवान को भूला भक्त उन्हें ढूंढता हुआ स्टेशन पहुंचा। जहां से उसे भूले लडडू गोपाल के होने का पता चला।  हुआ यूंकि की हरियाणा व जम्मू कश्मीर से युवक-युवती एक परिवारिक समारोह में शिरकत करने के लिए दौलतपुर एक्सप्रेस से आबूरोड स्टेशन पहुंचे। लगेज के साथ व स्टेशन से बाहर आए। चर्चा में मशगूल युवक-युवती एक बास्केट में रखें बालकृष्ण भगवान की प्रतिमा भूल गए। इसी दौरान वहां जीआरपी के तेजपाल सिंह पहुंचे। उन्होंने सोशल मीडिया व विभिन्न व्हाट्सएप प्लास्टिक की बास्केट में लडडू गोपाल की फोटो प्रसारित कर दी। कुछ देर बाद सोशल मीडिया के माध्यम से युवक-युवती को साथ लाएं लडडू गोपाल की बास्केट नहीं होने का पता चला। इस पर वह स्टेशन पहुंचे। जहां उन्हें लडडू गोपाल के जीआरपी कांस्टेबल के पास होने का पता चला। इस पर वह उनके आवास पर पहुंचे। जीआरपी कांस्टेबल तेजपाल सिंह ने श्रद्धा पूर्वक लडडू गोपाल की प्रतिमा उन्हें सौंप दी। युवक-युवती ने जीआरपी कांस्टेबल का आभार जताया।
की पूजा अर्चना।
जीआरपी कांस्टेबल को बास्केट में मिले लडडू गोपाल के भक्तों का पता नहीं चला। इस पर वह बाल गोपाल की प्रतिमा को घर ले गए। श्रद्धा पूर्वक उन्होंने पूजा अर्चना की।